Social media manav sambandho ko prabhavit kar rha hai...debate in hindi....I need points please
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१. रिश्ते आज कल फोन तक सीमित हो चले हैं। हम लोगों को फेसबुक पर ज़्यादा और असल ज़िन्दगी में काम जानतें हैं।
२. सोशल मीडिया में निजी ज़िंदगी के बारे जाकारी देना आज जरूरी लगता है, जिससे ढकोसला, और दिखावा में वृद्धि हुई है।
३. छात्रों के लिए तो बिल्कुल ही विषाक्त है, इसकी जरुरत है उन्हें और न ही सही तरह उपयोग करने तरीका। बल्कि तस्वीरें आदि डालकर, इसमें निजी जीवन से जुड़ी बहुत सरी खतरनाक घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
४. एक बहुत ही नया खतरा ब्लू व्हेल गेम के नाम उभर कर आया है।
५. पढ़ाई से भी ध्यान हटती है सोशल नेटवर्किंग।
६. खेल कृदा इत्यादि खेल कर बच्चे आज कल ऑनलाइन ज़्यादा मशरूफ हैं
आशा है आपको कुछ मदद ज़रूर मिलेगी
२. सोशल मीडिया में निजी ज़िंदगी के बारे जाकारी देना आज जरूरी लगता है, जिससे ढकोसला, और दिखावा में वृद्धि हुई है।
३. छात्रों के लिए तो बिल्कुल ही विषाक्त है, इसकी जरुरत है उन्हें और न ही सही तरह उपयोग करने तरीका। बल्कि तस्वीरें आदि डालकर, इसमें निजी जीवन से जुड़ी बहुत सरी खतरनाक घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
४. एक बहुत ही नया खतरा ब्लू व्हेल गेम के नाम उभर कर आया है।
५. पढ़ाई से भी ध्यान हटती है सोशल नेटवर्किंग।
६. खेल कृदा इत्यादि खेल कर बच्चे आज कल ऑनलाइन ज़्यादा मशरूफ हैं
आशा है आपको कुछ मदद ज़रूर मिलेगी
Priyankacherus:
Hindi typo errors may have occurred due to the bilingual keyboard settings, kindly ignore if any.
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१. सत्य है, सोशल मीडिया को परिवर्तित कर रहा है | हम अपने सम्बन्धियों से सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़ गए हैं |
२. आज दुनिया के किसी भी कोने में बैठे मित्र या सम्बन्धी के साथ समाचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं | सोशल मीडिया के माध्यम से हम अपने उन मित्रों के संपर्क में आ सकते हैं जिन्हे हम काफी समय से ढूंढ रहे हैं |
३. भले ही आज हम अपने दूरस्थ मित्रों व् सम्बन्धियों के निकट हो गए हैं किन्तु यह भी सत्य है कि वर्चुअल वर्ल्ड के इस दौर में हम अपने पास-पड़ौस के लोगों से भी अनजान होते जा रहे हैं |
२. आज दुनिया के किसी भी कोने में बैठे मित्र या सम्बन्धी के साथ समाचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं | सोशल मीडिया के माध्यम से हम अपने उन मित्रों के संपर्क में आ सकते हैं जिन्हे हम काफी समय से ढूंढ रहे हैं |
३. भले ही आज हम अपने दूरस्थ मित्रों व् सम्बन्धियों के निकट हो गए हैं किन्तु यह भी सत्य है कि वर्चुअल वर्ल्ड के इस दौर में हम अपने पास-पड़ौस के लोगों से भी अनजान होते जा रहे हैं |
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