solve the following question
Answers
wow your writing is so beautiful ♥️
बहुत दिन हुए एक साथी ने कहा था राज भोगने का तरीका अलग होता है।
यह सच है। आज काँग्रेस में राज भोगनेवाले चतुर लोग भाजपा में भी समा गए हैं।
देखिए कि चौरीचौरा कांड से नेहरू का दूर दूर तक का कोई संबन्ध नहीं था, अँग्रेज ने नेहरू पर मुकदमा दर्ज कराई, झूठी गवाही दिलाई, चौरीचौरा कांड कराने का तमगा नेहरू के गले डालकर नेता बना दिया।
मैंने देखा है कि रामजन्म भूमि आंदोलन में कैसे योजनाकार किसी किसी को आंदोलन का हिस्सा बनाते, उसे उभार देकर नेता बनाते थे। यह है राजनीति ! छवि से चलती है, तो जाली छवि भी बनती है और सच्ची छवि भी।
परन्तु सच तो सच है, वह अपने समय से उभार लेता है, जैसे मोदी को काल ने अपने ढंग से नेता बनाया है।
काँग्रेस ने भारत को स्वाधीनता दिलाने के श्रेय पर एकाधिकार कर लिया था और स्वाधीनता दिलाने के एवज़ को उसने घूँघट ओढ़ ओढ़कर खूब भोगा।
एक दिन उस घूँघट ने काँग्रेस का असली चेहरा छिपाने से साफ इंकार कर दिया।
और दूसरी ओर काँग्रेस द्वारा दबाए हुए इतिहास को उभारने का अवसर राष्ट्रवादी राजनीति को मिल गया।
इतिहास के दबाए हुए पक्ष उभरने लगे, जिससे नेहरू को अँग्रेज भक्ति से प्राप्त स्वाधीन भारत की बागडोर का असली इतिहास सामने आने लगा।