Hindi, asked by AnirudhSaxena4010, 1 year ago

Solve this:
भारतीय संस्कृति में 'अतिथि देवो भव:' विचारधारा को मानती है। आज के संदर्भ इस उक्ति का महत्व सिद्ध करें। (पक्ष/विपक्ष)​

Answers

Answered by amankhan44
5
atithi devo bhava Matlab hota hai ki hame mehmaano ki ijjat karni chahiye kyuki mehman bhagvaan ke swarup hote hai.plsss mark me as a brainliest
Answered by dcharan1150
3

भारत की "अतिथि देवो भवः" नीति |

Explanation:

"अतिथि देवो भवः" यानी अतिथि देव तुल्य होते हैं, यह उक्ति भारत में सदियों से चली आ रही हैं| भारत के लोग दूसरे देशों से आए लोगों जो अतिथि-सत्कार प्रदान करते हैं, दुनिया में शायद अन्य कोई देश ऐसा करता होगा|

वर्तमान के समय में आप भारत सरकार के द्वारा टीवी पर दी गई विज्ञापनों को ही देख लीजिए, जहां पर आपको अतिथि देवो भवः की झलक देखने को मिलती हैं| इसके अलावा विदेशों से आए पर्यटकों के प्रति भारत सरकार व भारतियों लोगों का सद्भावना भी इसका एक सटीक उदाहरण हैं|

आज के समय में भारत में कई विश्व स्तरीय खेल के प्रतियोगिता हो रही हैं, जहां पर विश्व भर से आए खिलाड़ी इन में हिस्सा ले रहे हैं और मेँ आपको बता दूँ की इन खिलाड़ियों को भारत में दिए जाने घर जैसा  सुविधा अतिथि देवो भवः की हमारे उच्च कोटी के चिंताधारा को व्यक्त करता हैं|

Similar questions