Hindi, asked by uday5071, 11 months ago

some places about Delhi by good explanation in Hindi​

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Answered by Sumit15081947
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Answer:

देश की राजधानी दिल्ली. एक ऐसा शहर जहां की हर गली का अपना एक अंदाज है. अपना एक फ्लेवर है और अपना एक ‘ख़ास’ रंग भी है. शाम के पहर में इंडिया गेट की चमचमाती लाईट और लाल किले की लालिमा यहां आने वालों के चेहरों को खिलाने में सक्षम है. पर इतने भर से घुमक्कड़ों का काम नहीं चलता. हमारा और आपका दिल मोर एंड मोर वाला जो हैं. तो आईए हम लेकर चलते हैं आपको दिल्ली की एक नई सैर पर:

कुतुब मीनार

दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतों में से एक कुतुब मीनार का निर्माण करीब 1,000 साल पहले हुआ था. 73 मीटर ऊंची यह मीनार पीसा के लीनिंग टॉवर जैसी दिखती है. लाल बलुआ पत्थर से निर्मित कुतुब मीनार भारत की सबसे ऊंची मीनार भी है. हालाँकि, अब इसके अंदर जाने की अनुमति नहीं है.

यहाँ जाने के लिए कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन उतरना पड़ेगा. यह रोजाना सुबह के 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है. इसके दीदार के लिए भारतीयों को 30 रुपये और विदेशियों को 500 रुपये का टिकट लेना होता है.

हौज खास कॉम्पलेक्स

हौज खास मूलतः हौज-ए-अलई के नाम से जाना जाता है. यह ऐतिहासिक परिसर खंडहर का एक प्राचीन समुदाय है जिसमें मस्जिद, विभिन्न कब्रों और पहले के समय में बनायी गई महत्वपूर्ण पानी की टंकियां शामिल हैं. इसके प्रवेश द्वार के आसपास हौज़ खास गांव, बुटीक स्टोर्स, उच्च अंत रेस्तरां और कैफे से भरा एक उन्नत आउटडोर शॉपिंग क्षेत्र है. हौज खास कॉम्प्लेक्स तक पहुंचने का सबसे आसान तरीका दिल्ली मेट्रो ग्रीन पार्क स्टेशन है, जहां से 20-30 रूपये खर्च करके आप यहां पहुंच सकते हैं.

सफदरजंग का मकबरा

सफदरजंग का मकबरा अंतिम मुगल बादशाह मुहम्मद शाह के शक्तिशाली व कुशल प्रधान मंत्री सफदरजंग की स्मृति में बनवाया गया था. यहां सफदरजंग व उनकी पत्नी की कब्र बनी हुई है. इसे आज भी मुगल वास्तु कला का उत्कृष्ट नमूना कहा जाता है. सफदरजंग मेट्रो स्टेशन के गेट नम्बर 2 से बाहर निकलकर आप यहां असानी से पहुंच सकते हैं. यह मकबरा सातों दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुला रहता है. भारतीयों के लिए यहां 5 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 100 रुपये का टिकट है.

दिल्ली हाट

दिल्ली हाट एक आउटडोर शॉपिंग प्लाज़ा है, जहां विक्रेता एक दोस्ताना, सुरक्षित वातावरण में उच्च गुणवत्ता वाले भारतीय हस्तशिल्प बेचते हैं. यहां चांदनी चौक के मुकाबले खरीददारी के लिए शांत, स्वच्छ, संगठित एवं सुविधाजनक वातावरण है. स्मृति-चिन्ह और हस्तशिल्पों की दुकान के लिए दिल्ली हाट जाना जाता है. यहां मिलने वाली शाकाहारी थाली और मिठाई के लिए राजस्थानी कुल्फी का स्वाद लिया जा सकता है. आईएनए मेट्रो स्टेशन से पैदल दूरी तय करके आप दिल्ली हाट जा सकते हैं. यह रोजाना सुबह 10:30 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है. यहां व्यस्क के लिए प्रवेश शुल्क 30 रुपए, बच्चों के लिए 10 रुपये और विदेशियों के लिए 100 रुपये है.

लोटस टेम्पल

कमल के फूल के आकार में बना ये मन्दिर बहाई विश्वास को समर्पित है. यह सभी धर्मों के लोगों के लिए पूजा स्थल भी है. किसी भी धर्म के अनुयायी यहां आकर ध्यान लगा सकते हैं. मंदिर में जाने से पहले आपको एक स्वयंसेवक द्वारा 2 मिनट का ब्रीफिंग दिया जाएगा. यहां पहुंचने के लिए कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन एक अच्छा विकल्प है, जहां से प्रवेश द्वार लगभग 10 मिनट की पैदल दूरी पर ही है. आप यहां मंगलवार से रविवार 9 बजे से शाम 7 बजे तक जा सकते हैं, सोमवार को यह मंदिर बंद रहता है.

इस्कॉन हरे कृष्ण मंदिर

लोटस टेम्पल से सिर्फ 15 मिनट की पैदल दूरी पर स्थित इस्कॉन हरे कृष्ण मंदिर अंतर्राष्ट्रीय सोसायटी को समर्पित सबसे बड़े और सबसे दिलचस्प मंदिरों में से एक है. मंदिर पर जाकर, आप आसानी से चारों ओर घूमकर अभयारण्य में बैठ सकते हैं, जहां आप “हर-ए-कृष्ण” के वर्तमान ड्रम और मंत्र को सुन सकते हैं. इस मंदिर का निकटतम मेट्रो स्टेशन नेहरू प्लेस है, जहां से आप 10 मिनट पैदल चलकर मंदिर जा सकते हैं. यह मंदिर सप्ताह के सातों दिन खुला रहता है.

कालकाजी मंदिर

नेहरू प्लेस के पास स्थित कालकाजी मंदिर भारत में सबसे अधिक भ्रमण किये जाने वाले प्राचीन एवं श्रद्धेय मंदिरों में से एक है. इसे मनोकामना सिद्ध पीठ के नाम से भी जाना जाता है. कहते हैं यहां भक्तों की इच्छाएं पूर्ण होती हैं. हालांकि, मंदिर में रोज़ाना पूजा की जाती है, पर नवरात्री के त्यौहार के दौरान इस मंदिर में उत्सव का माहौल होता है. कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन से यह मंदिर केवल 5 मिनट की पैदल दूरी पर है. सोमवार को छोड़कर यह मंदिर सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है.

लोधी गार्डन

लोधी गार्डन एक सार्वजनिक पार्क है, जो प्राचीन मुगल कब्रों और संरचनाओं को अपने अंदर समेटे हुये है. यहां के खूबसूरत फव्वारे, तालाब, फूल और जॉगिंग ट्रैक सभी उम्र के लोगों को अपनी ओर खींचते हैं. पूरे वर्ष यहां अनेक प्रकार के पक्षियों को देखा जा सकता है. इस बाग को पहले लेडी विलिंगटन नाम से जाना जाता था.

खान मार्केट मेट्रो स्टेशन से लोदीधी गार्डन 30 मिनट की पैदल दूरी पर है. अगर आप पैदल नहीं चलना चाहते तो आप ऑटो या रिक्शा भी ले सकते हैं.

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