Some shloks of Sanskrit On tree, river, sun (any two) with meaning in Hindi ( it should be easy to speak)
Answers
1)
Shloka : परोपकाराय फलन्ति वृक्षः ।
परोपकाराय वहन्ति नघ:।।
परोपकाराय दुहन्ति गावः ।
परोपकाराय इदं शरीरम् ॥
Meaning : वृक्ष परोपकार के लिए फल देते हैं ; नदियाँ परोपकार के लिए बहति है ; गाएँ परोपकार के लिए दूध देती है । अर्थात सभी दूसरों के लिए काम कर रहे है हमे भी एसा ही होकर परोपकारी बन जाना चाहिए और इस शरीर को पशेपकार के लिए अंकित कर देना चाहिए।
2)
Shloka : उदये सविता रक्तो रक्तश्चास्थमे तथा ।
सम्पतौ च विप्तौ च महतामेकरूपता ॥
Meaning : सूरज सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय एक जैसा ही दिखता है । महान व्यक्ति वह होता है जो अच्छे और बुरे समय में एक जैसा व्यवहार दिखाता है
१.Shloka : परोपकाराय फलन्ति वृक्षः ।
परोपकाराय वहन्ति नघ:।।
परोपकाराय दुहन्ति गावः ।
परोपकाराय इदं शरीरम् ॥
Meaning :
✔वृक्ष परोपकार के लिए फल देते हैं ; नदियाँ परोपकार के लिए बहति है ; गाएँ परोपकार के लिए दूध देती है । अर्थात सभी दूसरों के लिए काम कर रहे है हमे भी एसा ही होकर परोपकारी बन जाना चाहिए और इस शरीर को पशेपकार के लिए अंकित कर देना चाहिए।
२.Shloka : उदये सविता रक्तो रक्तश्चास्थमे तथा ।
सम्पतौ च विप्तौ चमहतामेकरूपता ॥
Meaning :
✔सूरज सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय एक जैसा ही दिखता है । महान व्यक्ति वह होता है जो अच्छे और बुरे समय में एक जैसा व्यवहार दिखाता है