speech on hindi diwas in hindi language
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हिंदुस्तान की अपनी भाषा, संस्कृति, साहित्य और परंपरा बनाये रखने के लिए हर साल 14 सितम्बर को हिंदी दिवस भारत सरकार मानती है | दुनिया में अत्यधिक बोलनेवाली भाषाओं में चौथी है हिन्दी | अलग अलग भाषाएँ बोलने वाले राज्यों के बीच में एक माध्यम है हिन्दी | राज भाषा कीर्ति पुरस्कार, और राज भाषा गौरव पुरस्कार केंद्रीय सरकार हिन्दी दिवस के दिन पंडितों को उनके योगदान के लिए देती है | हिंदी दिवस पर कवी, लेखक, पंडित, भाषाप्रेमी, उत्सुक जवान संस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं
हिन्दी है माँ भारत की
बिंदी, चमकने दो जैसे रात में चांदी
पूरा भाषण (full speech) आप http://www.brainly.in/question/183086 में पढ़ें |
आदरणीय मुख्य अतिथि, शिक्षकों और सभी मित्रों को मेरा नमस्कार।
आज हम 14 सितंबर का दिन हिन्दी दिवस के रूप में मनाने जा रहे हैं। सबसे पहले आप सभी को हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और आप सभी का धन्यवाद की आपने मुझे इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत करने का मौका दिया। हर साल पूरे भारत में 14 सितंबर का दिन हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1918 में गांधी जी ने हिन्दी साहित्य सम्मेलन में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था और 14 सितंबर 1949 के दिन संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया की हिन्दी भारत की राजभाषा होगी।
हिंदी भाषा को देवनागरी लिपि में भारत की कार्यकारी और राजभाषा का दर्जा आधिकारिक रूप में दिया गया। गांधी जी ने हिन्दी भाषा को जनमानस की भाषा भी कहा है। भारतीय संविधान के भाग 17 के अध्याय की धारा 343 (1) में हिन्दी को संघ की राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। हिंदी दिवस 14 सितंबर का दिन वह है जब हम सभी अपनी राष्ट्रभाषा हिन्दी का प्रचार और प्रसार करते हैं। हिंदी पूरी दुनिया में सबसे अधिक बोली जानें वाली मूल भाषा है। 2011 सेन्सस रिपोर्ट के अनुसार भारत की सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा हिंदी है। 2001 में 41.03 % मातृभाषा हिंदी बोलने वाले लोग थे वहीं 2011 में यह प्रतिशत बढ़ कर 43.63% हो गया। हिन्दी का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना है और भारत में 1949 से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
हम सबके लिए हिंदी दिवस और हिंदी भाषा का बहुत महत्त्व है। हिंदी हिंदुस्तान की राष्ट्रभाषा ही नहीं बल्कि हिंदुस्तानियों की पहचान भी है। आज के आधुनिक युग में हमें अंग्रेजी भाषा भी सीखना जरूरी है लेकिन हमें अपनी मातृभाषा हिंदी को कभी नहीं भूलना चाहिए। हमें “हिंदी है हम वतन है” नारे का सम्मान करना चाहिए। आप सभी को एक बार फिर हिंदी दिवस की बहुत बहुत बधाई।
धन्यवाद