Speech on Inner Motivation and Self Discipline in hindi
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ANSWER-
INNER MOTIVATION- विवेकानंद जी ने सही ही कहा है, “उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको।” सोचो कि जो लोग अपना लक्ष्य केवल इसलिए छोड़ देते हैं कि “इसके लिए चलना बहुत पड़ेगा”, इससे ज्यादा बड़ी असफलता कोई नहीं हो सकती……. क्योंकि सफलता व असफलता तो बाद की बात है, खुद को बिना प्रयास के असफलता की ओर धकेल देना, इससे बुरा कुछ हो ही नहीं सकता।
SELF DISCIPLINE-. हम यह कह सकते हैं की स्व अनुशासित रहना अपने आप में बहुत बड़ा गुण है, जो हर व्यक्ति के भीतर होना चाहिए। इससे हमे किसी भी प्रकार ही हानि नहीं होती अपितु जीवन को सही ढंग से जीना आजाता है। खुद भी अनुशासित रहें एवं अपने आस पास के लोगों को भी इसका महत्त्व जरुर समझाएं।
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Answer:
सफलता के लिए आत्म-अनुशासन – SELF DISCIPLINE FOR SUCCESS
उसके लिए आपको लगातार प्रयास करना होगा, कठिन परिश्रम करना होगा। और अपने अंदर आत्म – अनुशासन बढ़ाने की जरुरत होगी। आज हम जो भी है, वह सब भूतकाल के हमारे दिनचर्या ,सोच और आदतों का नतीजा है। ... सफलता मिलती नहीं है ,उसे आत्म – अनुशासन के जरिए हासिल किया जा सकता है।
Explanation:
अनुशासन ही वह अग्नि है जिसमें आपकी प्रतिभा, क्षमता में बदल जाती है। मैं केवल आत्म-अनुशासन के माध्यम से अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सका, और मैंने इसे तब तक लागू किया, जब तक कि मेरी इच्छा और मेरी इच्छा शक्ति एक नहीं हो गयी। जब कोई ना देख रहा हो तो भी किसी काम को ढंग से करना ही आत्म अनुशासन का उदाहरण है।