speech on ऑनलाइन पढ़ाई लाभ/हा नि
Answers
Answer:
आजकल ऑनलाइन पढ़ाई का चलन तेजी से बढ़ रहा है। घर बैठे बिना ट्यूशन के विषयों की पूरी जानकारी मिल जा रही है। खास बात यह है कि इसके लिए पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ते हैं। साथ ही समय की भी बचत होती है। इसी वजह से ऑनलाइन ट्यूशन की बहार आई है। कई चैनल अलग अलग विषयों पर ऑनलाइन क्लास दे रहे हैं। लेकिन पढ़ाई के दौरान कुछ बातों पर ध्यान रखने की भी जरूरत है। छात्र जरूर देख लें कि जो पढ़ाया जा रहा वह ठीक है या नहीं।
पूरी तरह से ऑनलाइन क्लास पर निर्भर न रहें। किताब की मदद जरूर लें ताकि पता चला सके कि जो पढ़ रहे हैं वह सही है या नहीं। यू ट्यूब इन दिनों कमाई का जरिया बन गया है। हर कोई वीडियो बनाकर अपलोड कर रहा है। वीडियो पर जितने ज्यादा हिट्स और लाइक्स मिलते हैं। उतने ही विज्ञापन भी मिलते हैं। विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा की तैयारी वाले वीडियो खूब देखते हैं। यू ट्यूब पर सैकड़ों एजुकेशनल चैनल दिख जाएंगे। जरूरी नहीं हैं कि यहां पढ़ाने वालों को सब्जेक्ट की पूरी जानकारी है। ऐसे में जानकारी गलत होने का भी खतरा रहता है।
एनसीईआरटी की किताबें जरूर पढ़ें
ऑनलाइन पढ़ने के बाद एनसीईआरटी की किताब से जरूर पढ़े, ताकि पता चल सके की जो पढ़ाई की है वो ठीक है या नहीं। इससे विषय की और अच्छी जानकारी भी हो जाएगी। जितनी अधिक जानकारी होगी उतना ही उत्तर लिखने में अच्छा रहेगा। इसके साथ चाहे तो लिखकर भी याद कर सकते हैं। लिखने से ज्यादा समय तक याद रहता है। पेपर के दौरान ये प्रैक्टिस बहुत काम आती है।
ऐप से पढ़ते वक्त भी रखें ध्यान
गूगल ड्राइव में बहुत सारे ऐसे ऐप हैं, जो अलग अलग विषयों की पूरी जानकारी होने का दावा करते हैं। ध्यान रखें कि कहीं पर कुछ गलत चीज ना दी गई हो। कुछ भी संशय होने पर टीचर से जरूर पूछ लें।
बच्चों को एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाना चाहिए। ऑनलाइन चैनल पर कितना सही दिखाया जा रहा है इसकी कोई प्रमाणिकता नहीं है। गलत जानकारी से रिजल्ट पर प्रभाव पड़ सकता है। -रेनू सिंह, सीबीएसई नोएडा कॉर्डिनेटर और एमिटी स्कूल की प्रिंसिपल
आनलाइन पढ़ाई अच्छी बात है, लेकिन वो कितना सही इसका ध्यान रखना चाहिए। यहां पढ़ने के बाद किताबों को जरूर पढ़े। इससे अगर कुछ गलत होगा तो वह पता चल जाएगा।-डॉ. आर के गुप्ता, क्षेत्रीय उच्च शिखा अधिकारी मेरठ और सहारनपुर
गूगल और यू ट्यूब से पढ़ेंगे छात्र
नोएडा। प्राथमिक और जूनियर हाई स्कूल में स्मार्ट क्लासेज से पढ़ाई करवाई जा रही है। वहीं, अब एक और कदम बढ़ाते हुए गूगल और यू ट्यूब से पढ़ाई करवाई जाएगी। छात्रों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। साथ ही उन्हें विस्तृत जानकारी भी मिल सकेगी। ब्यूरो
Hope it helps you
Answer:
इस वक्त कोरोना वायरस के कारण बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस चल रही है जिससे कि लॉकडाउन के कारण बच्चों की पढ़ाई पर इसका विपरीत असर न पड़े। इसी के साथ ही बच्चों को भी ऑनलाइन क्लासेस में मजा आने लगा है। उन्हें टीचर्स द्वारा प्रोजेक्ट भी दिए जा रहे, साथ ही उन्हें रचनात्मक कार्यों से भी जोड़ा जा रहा है। लेकिन हर चीज के 2 पहलू होते हैं। ये ऑनलाइन क्लासेस जहां बच्चों के लिए फायदेमंद साबित हो रही हैं, तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी सामने आ रहे हैं। आइए जानते हैं ऑनलाइन क्लासेस से होने वाले फायदे और इसके नुकसान के बारे में।
सबसे पहले बात करते हैं फायदों की
बच्चों को कोचिंग के लिए नहीं जाना पड़ रहा है व आने-जाने का समय बच रहा है।
ऑनलाइन क्लासेस से बच्चों को थकान नहीं हो रही व घर पर ही बच्चे पढ़ाई कर पा रहे हैं।
बच्चे एकांत में आराम से पढ़ सकते हैं। जब आपका मूड हो, जब मन करे तब आप क्लास को डाउनलोड करके देख सकते हैं अपने समयानुसार।
बच्चे पूरे समय अपने माता-पिता के सामने रहते हैं व सुरक्षा की दृष्टि से भी यह फायदेमंद है, वहीं बच्चों को पढ़ाई में क्या समस्या आती है, यह बात भी माता-पिता को पता चल रही है।
वहीं बात की जाए नुकसान की
ऑनलाइन क्लासेस से नुकसान की बात की जाए तो बच्चों को क्लास जैसा वातावरण नहीं मिल पा रहा है।
ऑनलाइन क्लासेस में टीचर्स के साथ इंटरेक्ट नहीं कर पाते।
आपके साथ बहुत सारे दूसरे-दूसरे स्टूडेंट भी टीचर से सवालात करते हैं और आप मैसेज करते हैं तो हो सकता है कि अध्यापक आपके मैसेज न पढ़ पाए।
मोबाइल, लैपटॉप व टैबलेट का ज्यादा उपयोग बढ़ गया है जिससे स्क्रीन टाइम बढ़ने से आंखों पर इसका असर पड़ने का खतरा है।
जहां माता-पिता अपने बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहते हैं, वहीं ऑनलाइन क्लासेस से बच्चों को मोबाइल दिया जा रहा है।
लंबे समय तक मोबाइल का इस्तेमाल करने से कई बार मोबाइल गर्म हो जाते है और ऐसे में दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है।
Explanation:
hope it will usefull for you