speech on republic day in hindi
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भारत में गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय त्योहार की तरह मनाया जाता है। इस दिन भारत की स्वतंत्रता के बाद 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ । इस दिन राजपथ पर और विविधता में एकता, अखंडता का संदेश, सैन्य ताकत दिखाती कई झांकियों का भी प्रदर्शन किया जाता है। इस बार कोरोना वायरस महामारी के कारण गणतंत्र दिवस पर कम ही दर्शक राजपथ की परेड देख सकेंगे। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास पालन किया जाएगा। अगर आप भी इस राष्ट्रीय पर्व पर कोई भाषण देना चाहते हैं, तो यहां हम आपके लिए लाएं हैं गणतंत्र दिवस से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी:आझ हम सभी गणतंत्र दिवस का पर्व मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। इस दिन हम सभी को अपने देश की उन्नति की कामना करनी चाहिए। सबसे पहले आपको बता दूं कि आज गणतंत्र दिवस के दिन 1950 में देश का संविधान लागू हुआ था। गणतंत्र दिवस का यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे हमारे स्वतंत्रता सैनानियों ने अहिंसा और बिना किसी भेदभाव के सिद्धांतों के आधार पर स्वतंत्रता हासिल की। यही वजह है कि इस त्योहार को महान उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाता है।
यह दिन राष्ट्रीय गर्व का दिन है। यह हमें हमारे संविधान की विभिन्न मूल्यों की भी याद दिलाता है, जो भारत के सभी जाति और वर्ग के लोगों को एक दूसरे जोड़े रखता है। आपको बता दें कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। संविधान को लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया, क्योंकि 1930 में इसी दिन कांग्रेस के अधिवेशन में भारत को पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई थी।
गणतंत्र दिवस पर राजपथ में भव्य गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन होता है। इस दिन राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं। राष्ट्रगान और ध्वजारोहण के साथ उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है। अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं। इसके साथ ही सेना की तीनों टुकड़ियां परेड में शामिल होती हैं और अपनी सैन्य ताकत दिखाती हैं।
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सुप्रभात I
हम सभी गणतंत्र दिवस का पर्व मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। इस दिन हम सभी को अपने देश की उन्नति की कामना करनी चाहिए। सबसे पहले आपको बता दूं कि आज गणतंत्र दिवस के दिन 1950 में देश का संविधान लागू हुआ था। गणतंत्र दिवस का यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे हमारे स्वतंत्रता सैनानियों ने अहिंसा और बिना किसी भेदभाव के सिद्धांतों के आधार पर स्वतंत्रता हासिल की। यही वजह है कि इस त्योहार को महान उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाता है।
यह दिन राष्ट्रीय गर्व का दिन है। यह हमें हमारे संविधान की विभिन्न मूल्यों की भी याद दिलाता है, जो भारत के सभी जाति और वर्ग के लोगों को एक दूसरे जोड़े रखता है। आपको बता दें कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। संविधान को लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया, क्योंकि 1930 में इसी दिन कांग्रेस के अधिवेशन में भारत को पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई थी।
गणतंत्र दिवस पर राजपथ में भव्य गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन होता है। इस दिन राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं। राष्ट्रगान और ध्वजारोहण के साथ उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है। अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं। इसके साथ ही सेना की तीनों टुकड़ियां परेड में शामिल होती हैं और अपनी सैन्य ताकत दिखाती हैं।
इसके बाद आधिकारिक तौर पर 29 जनवरी को ‘बीटिंग रिट्रीट’ सेरेमनी के साथ गणतंत्र दिवस उत्सव का समापन होता है।
इसी के साथ में अपने भाषण का समापन करना चाहूंगा।
जय हिंद... जय भारत