English, asked by pari4322j, 5 hours ago

speech on world teacher's day
without intro​

Answers

Answered by madhuchandrakar022
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Answer:

Celebrating Teacher's day at school is one of the finest memories from the school days. With no doubt, we can say everyone will agree with it. Begining to prepare to surprise our teachers with all the decorations along with elaborate plays, essays and speeches is an event that leaves a mark in the memory.I want to thank to all teachers.

Explanation:

please mark me as brainliest.

Answered by seema30000000
1

Answer:

Good morning to all the teachers and my dear friends.

The light of the world, the beacon in the dark and the hope that gives us strength to survive, is our teacher. Today we celebrate Teachers' Day. A day, kept aside to honour the gifted souls who work everyday to make sure that the future is bright for all of us. Let us welcome all the teachers with a big round of applause.

On this beautiful occasion, let us take the opportunity to convey our wishes to all our teachers, who have given impeccable contribution in shaping us.

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Every year 5th of September, we celebrate Teachers Day. It is a day filled with lots of excitement, joy and happiness as students are eagerly looking forward to tell their teachers how and why are they special to them. It is my honour to to talk about our dear teachers on this wonderful occasion.

We celebrate Teachers' day on 5th of September every year in India. September 5th is marked by the birth anniversary of Dr. Sarvepalli Radhakrishnan and the Teachers' day is celebrated in commemoration of his birthday. Along with being a succesful leader in the form of the President of the Country, Dr. Sarvepalli Radhakrishnan was great scholar and an excellent teacher.

Teachers' Day: Tips to make the D-Day Special

Students across the country celebrate this day to pay respect and thank their teachers. Teachers are the back bone of our society. They spear head change by shaping and building students' personality and make them ideal citizens of the country.

As one looks at the great impact on the growth, development and well being of the students and nation, one must agree that teaching is a noble profession.

There is a saying that teachers are greater than the parents. Parents give birth to a child whereas teachers mould that child's personality and provide a bright future. Apart from academics, teachers stand by us at every step to guide, motivate and inspire to become better people.

They are the source of knowledge and wisdom. From them leads the ideas and thougts, that one day each one of use will use to provide back into this society. I would like to extend my gratitude to every teacher for selffless service and dynamic support.We are always grateful to you.

Thank you everyone.

Teachers are the building blocks of our lives

Speech 1:

शिक्षक दिवस

भारत में 'शिखक दिवस' प्रति वर्ष ५ सितम्बर को मनाया जाता है| इस दिनांक को भारत के दूसरे राष्टट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम से जाना जाता है | समाज के लिए शिक्षको द्वारा किये गए योगदाआँ को श्रद्धांजलि का एक छिन्न के रूप में शिक्षक दिवस मनाया जाता है |

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा में कट्टर विश्वास रखते थे, और जाने माने विद्वान, राजनायक और आदर्श शिखक थे | वह एक महान स्वतन्त्रता सेनानिन भी थे | वह एक महान दार्शनिक और शिखक थे| उनको अध्यापन के पेशे में एक गहरा प्यार था |

शिक्षक दिवस पर शिक्षक और छात्र सामान्य रूप से विद्यालयों में जाते हैं, किन्तु सामान्य गतिविधियों एवं अध्ययन कार्य से अलग उत्सव, धन्यवाद और स्मरणं की गतिविधियाँ संपादित होती हैं | कुछ विद्यालयों में इस दिन अध्यापन कार्य की जिम्मेदारी वरिष्ठ छात्रों द्वारा उठाई जाती हैं | भारतवर्ष के सभी संस्थानों में इस दिवस को गंभीरता से मनाया जाता है | शिख्शाक भी अपने छात्रों के दिल से आशीर्वाद देतें हैं |

इस दिन भारत के राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार देकर चयनित शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है | विभिन्न राज्यों द्वारा भी शिक्षकों अनेक प्रकार के पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया जाता है |

Speech 2:

शिक्षक दिवस पर मेरे सारे सहपाठियों और सारे शिक्षको को मेरा हार्दिक अभिनन्दन |

मैं शिक्षक दिवस के संदर्ब में बहुत ही महत्व पूर्ण बात कहने जा रहा हूँ|

एक अच्छा शिल्पकार किसी भी प्रकार के पत्थरों को ताश कर उसे सुन्दर आकृति का रूप दे देता है | किसी भी सुन्दर मूर्ति को तराशने में शिल्पकार की बहुत बड़ी भूमिका होती है | इसी प्रकार एक अच्छा कुम्भार वही होता है जो गीली मिटटी को सही आकार जकर प्रदान कर उसे समाज के लिएए उपयोगी बर्तन अथवा एक सुन्दर मूर्ती का रूप दे देता है | यदि शिल्पकार और कुम्भार द्वारा तैयार की गयी मुत्य एवं बर्तन सुन्दर नहीं हैं तो वह जिस स्थान पे रखे उस स्थान को और

अधिक विकृत स्वरुप ही प्रधान करेंगे | शिल्पकार एवं कुम्भार की भाँती ही स्कूलों में शिक्षकों को यह प्रथम दायित्व एवं कर्त्तव्य है की वह अपने यहां अध्ययनरत सभी बच्चों को इस प्रकार सेव सवारें और सजाएं की उनके द्वारा शिखित किये गए सभी बच्चे 'विश्व का प्रकाश' बनकर सारे विश्व को अपनी रौशनी से प्रकाशित कर सकें | इस प्रकार शिखक उस शिल्पकार या कुम्भार की भाँती होता है जो प्रत्येक बालक को समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप, एक सुंदरव का रूप प्रदान कर, उसे 'समाज का प्रकाश' अथवा उसे विकृत रूप प्रदान कर 'समाज का अन्धकार' बना सकता है |

पर हम बहुत ही भाग्यशाली हैं के हमें ऐसे शिखक मिले जो हमें सही दिशा के ओर ले जा रहे हैं | इन्होने हममे इस काबिल बनाया के हम दुनिया के आगे अपना सर ऊंचा कर के जी सकें| उन्होंने सिर्फ शिक्षा नहीं दी शिक्षा से बहुत बढ़कर खाया है | ऐसे महान शिक्षकों का मैं बहुत बहुत आभारी हूँ | उन्हें अपना सर झुका कर शुक्रिया करता हूँ | शिक्षक दिवस की ढेर सारी शुबकामनाएं |

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