Story on main rakt hu in hindi
Answers
मैं रक्त हूँ
Explanation:
मैं लोगों की रगों में दौड़ता हूँ । मेरा रंग लाल होता है। मेरे बिना पृथ्वी पर किसी भी जीव का जीवन संभव नहीं है मैं वीरता और शौर्य का प्रतीक हूँ।
एक समय की बात हैं किसी गॉंव में एक लकड़हारा रहा करता था। वह दिन भर अपना खून पसीना बहा कर लकड़ी काट कर शहर में बेच कर पैसा कमाता था।
अपने पिता के ऐसे हालात देख कर उसके पुत्र ने सेना में भर्ती होने का सोचा। उस पुत्र का मानना था की जब अपने शरीर का रक्त ही बहाना हैं तो क्यों न अपने देश की रक्षा में अपने रक्त की एक एक बूँद को बहाया जाये।
जब लकड़हारे का पुत्र सेना में शामिल हो गया तो सरकार की तरफ से उसे कुछ वेतन मिलने लगा। अब पुत्र ने अपने पिता को काम करने से मना कर दिया। एक दिन ऐसा आया की पुत्र को युद्ध में जाना पड़ा और वहाँ दुश्मन की गोली उसे छू कर निकल गयी।
जब चिकित्सालय में उसके पिता मिलने पहुंचे तो उन्हें बहुत दुःख हुआ लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनके पुत्र को गोली दुश्मन देश के टैंक को नष्ट करते हुए लगी तो उन्हें बहुत गर्व हुआ कि उनके पुत्र का रक्त देश कि रक्षा में काम आया। तो अब समझ आया क्यों हूँ मैं शौर्य और गर्व का प्रतीक।