Hindi, asked by siddhijain2008, 19 days ago

sudama charitra path mitrata par aadharit hai ese hi aap bhi apni mitrata ke vishaye me likhiye​

Answers

Answered by sakshisingh230279
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Explanation:

मानव कभी अपने पन से तो कभी मातृत्व भावों को जगाकर या अनुभव कर या प्रेमिक सम्बन्ध के सहारे जीवन जीता हैं। व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन तक ये सम्बन्धों कभी जेवर बनकर काम आते है तो कभी कभी बोझ बनकर इंसान को झुका देते हैं। ऐसे ही सम्बन्धों में मित्रता भी एक अहम सम्बन्ध हैं जो बालपन से आरम्भ होकर अंतिम साँस तक बनाई और निभाई जाती हैं।किन्तु एक सच्चे मित्र की पहचान विपरीत समय आने पर ही होती हैं। बालपन की दोस्ती अधिक पवित्र, लोभ रहित तथा आनन्द से परिपूर्ण होती हैं। बालकपन की मित्रता मनभावन होती हैं किन्तु किशोरावस्था में यह गंभीर, दृढ तथा शांत स्वरूप धारण कर लेती हैं।

अक्सर एक आदर्श मित्र का भरोसा किसी पर कर देने से लोग मित्रता की कसोटी पर खरे नहीं उतर पाते हैं। जो मित्रता धन, दौलत, रूप, प्रतिभा आदि के वशीभूत होकर की जाती हैं।

युवावस्था में मित्रता का गुण बेहद कम हो जाता हैं जिन्हें भी मित्र बनाया जाता हैं बेहद सतर्कता के साथ यह सम्पन्न किया जाता हैं, क्योंकि इस उम्रः में पड़ी दोस्ती की नीव ताउम्र रहती हैं।

एक सच्चा मित्र अपने मित्र को हमेशा उचित कार्य करने की सलाह देता है। लेकिन इस विश्व में सच्चे मित्र को ढूँढ़ पाना बहुत कठिन है।

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