sukhiya ke pita ko kis baat ka dar tha aur voh dar saamne kaise aaya?
pls help me with this question it'll be a huge help
ty
Answers
सुखिया के पिता को किस बात का डर था और वह डर सामने कैसे आया?
यह प्रश्न ‘एक फूल की चाह’ कविता से लिया गया है| ‘एक फूल की चाह’ कविता में कवि ने एक बच्ची और उसके पिता की मार्मिक कथा का कवित्त शैली में चित्रण किया है।
सुखिया के पिता को अपनी बेटी के बीमार होने का डर था। जब सुखिया बाहर खेलने जाती तो उसके पिता को हमेशा यही आशंका सताती रहती थी कि कहीं उसकी बेटी बीमार ना पड़ जाए। क्योंकि उस समय चारों तरफ महामारी फैली हुई थी और इस महामारी की चपेट में न जाने कितने बच्चे आ चुके थे। सुखिया वह चंचल बच्ची थी और वह अक्सर बाहर खेलने चली जाया करती थी। उसके पिता को हमेशा यह डर सताता रहता था कि उसकी बच्ची भी इस महामारी की चपेट में ना आ जाए, इसलिए वो हमेशा सुखिया को मना करता रहता था कि वह बाहर खेलने नहीं जाया करे। वो किसी भी तरह अपनी बेटी को इस महामारी से बचाना चाहता था।
‘एक फूल की चाह’ कविता में कवि ने एक बच्ची और उसके पिता की मार्मिक कथा का कवित्त शैली में चित्रण किया है।
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...►
https://brainly.in/question/1725176
Ek phool ki chah ka kendriya bhav
सुखिया के पिता को किस बात का डर था और वह डर सामने कैसे आया?
यह प्रश्न ‘एक फूल की चाह’ कविता से लिया गया है| ‘एक फूल की चाह’ कविता में कवि ने एक बच्ची और उसके पिता की मार्मिक कथा का कवित्त शैली में चित्रण किया है।
सुखिया के पिता को अपनी बेटी के बीमार होने का डर था। जब सुखिया बाहर खेलने जाती तो उसके पिता को हमेशा यही आशंका सताती रहती थी कि कहीं उसकी बेटी बीमार ना पड़ जाए। क्योंकि उस समय चारों तरफ महामारी फैली हुई थी और इस महामारी की चपेट में न जाने कितने बच्चे आ चुके थे। सुखिया वह चंचल बच्ची थी और वह अक्सर बाहर खेलने चली जाया करती थी। उसके पिता को हमेशा यह डर सताता रहता था कि उसकी बच्ची भी इस महामारी की चपेट में ना आ जाए, इसलिए वो हमेशा सुखिया को मना करता रहता था कि वह बाहर खेलने नहीं जाया करे। वो किसी भी तरह अपनी बेटी को इस महामारी से बचाना चाहता था।
‘एक फूल की चाह’ कविता में कवि ने एक बच्ची और उसके पिता की मार्मिक कथा का कवित्त शैली में चित्रण किया है।
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬