sulekh in Hindi on any topic very short
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एक गाँव में एक कंजूस परिवार अपनी कंजूसी के कारण बहुत प्रसिद्ध था. एक दिन बड़ा भाई रात को दूसरे गाँव जाने निकला.
पांच कोस दूर जाकर धयान आया के वो उसके कमरे का दीपक तो बुझाना भूल ही गया था. उसने घर का रुख किया.
घर आकर पाया की छोटे भाई ने उसके जाने के बाद दीपक बुझा दिया था.
छोटे भाई से रहा ना गया, वो बोला , ' दीपक तो मैंने बुझा ही देना था , पर आपने अपनी चपलों का ख्याल नहीं किया , कितनी घिस गयी होंगी.'
' मुझे मुर्ख समझ रखा हे क्या, घर का रुख करते ही चपलें सर पर रख ली थीं ' , बड़े भाई ने चट जवाब दिया.
भाईओं का वार्तालाप सुन माँ बाप फुले नहीं समा रहे थे की कंजूसी की खानदानी प्रथा बखूबी निभाई जा रही है.
pls mark my answer as brainlist
पांच कोस दूर जाकर धयान आया के वो उसके कमरे का दीपक तो बुझाना भूल ही गया था. उसने घर का रुख किया.
घर आकर पाया की छोटे भाई ने उसके जाने के बाद दीपक बुझा दिया था.
छोटे भाई से रहा ना गया, वो बोला , ' दीपक तो मैंने बुझा ही देना था , पर आपने अपनी चपलों का ख्याल नहीं किया , कितनी घिस गयी होंगी.'
' मुझे मुर्ख समझ रखा हे क्या, घर का रुख करते ही चपलें सर पर रख ली थीं ' , बड़े भाई ने चट जवाब दिया.
भाईओं का वार्तालाप सुन माँ बाप फुले नहीं समा रहे थे की कंजूसी की खानदानी प्रथा बखूबी निभाई जा रही है.
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Answer:
'
once open a time their are so many hens in a village kids of that village make one pagal , so one day the hen thought that she will not bark at morning and when no body arrive at morning then they know that me is precious so she didn't barn' but all person arrive on time and then the hen realised that from someone no 1 can stop their work
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