Hindi, asked by AadithyaMinnu1536, 1 year ago

Summary of cgap rubaiya and gazal of hindi class12

Answers

Answered by vikashjaiswal5935
14

Ans.‘रुबाइयां’ और ‘गजल’ - कवि फिराक गोरखपुरी द्वारा रचित रचना है

                          1.“रूबाइयां” का सरांश निम्नलिखित है

इस रचना में कभी नहीं कहा कहा बात सुनने का वर्णन किया है जिसमें मां अपने बच्चे को अपने आंगन में खड़ा होकर अपने दोनों हाथों से खिला रही है वह अपने बच्चे को हवा में बार-बार लोकाक और खिला रही है जिससे बच्चा खिलखिला कर हंस रहा है वह बच्चे को साफ पानी से नहा लाती है और उसका बदन को पोछ रही है और उसके उलझे बालों में कंघी करती है बच्चा भी यह सब देख कर बहुत हंसता है जब वह उसे कपड़ा पहनाती हैं वह बच्चे के घर के छोटी रूम में दीपक जल आती है बच्चा आसमान में चांद को देखकर उसे पकड़ने की ज़िद कर लेता है मां उसे मनाने के लिए आईना में चांद का प्रतिबिंब दिखाती है और कहती है दर्पण में चांद उतर गया है रक्षाबंधन के कच्चे धागे पर बिजली के लक्ष्य है सावन में रक्षाबंधन आता है सावन का जो संबंध झिनी घटा से है घटा का जो संबंध बिजली से है वही संबंध भाई बहन से है रुबाइयां काव्य के माध्यम से लेखक ने मां और बच्चे के प्रेम को दर्शाया है जो काव्य में देखते बनता है

                          2.‛गजल’ का सारांश निम्नलिखित है

गजल रचना के माध्यम से कवि यह कहते हैं समाज के लोगों ने हमेशा उस पर कटाक्ष किए हैं और उनकी किस्मत ने भी उनका साथ कभी नहीं दिया है वह गम के साथ हमेशा से रहे हैं उन्हें ऐसा लगता है जैसे यह काली रात के सन्नाटा उन्हें बुला रही है इस गजल के माध्यम से फिराक गोरखपुरी यह भी कहते हैं जब शराबी शराब पीते हैं उन्हें अपनी प्रेमिका की बहुत याद आती है फिराक गोरखपुरी अपने अंतिम ग़ज़ल में यह स्वीकार कर लेते हैं कि उनके गजलो मिर के गजलों का प्रभाव स्पष्ट रूप से है

Similar questions