Summary of chapter kancha ncert class 7 hindi
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कंचा कहानी का सारांश :
कंचा कहानी टी. पद्मनाभन. द्वारा लिखी गई है | इस कहानी में लेखक ने बच्चों के मनोविज्ञान का सटीक चित्रण किया है।
कंचा एक ऐसे बालक की कहानी है, जिसे कंचों से बहुत प्यार है। बालक अपने जीवन में अपने खेल के सामान को बाकी सभी चीजों से ऊपर रखता है , वह उन्हें कभी नहीं खोना चाहता था | बालक को पढ़ाई की जगह खेल-कूद से अधिक प्यार था | स्कूल में भी उसका ध्यान कंचो में होता | स्कूल की फीस के पैसों से वह कचें खरीद लेते था | वह हर वक्त स्वयं को कंचे के साथ देखता है। वह माँ द्वारा फीस के दिए पैसों से कंचे खरीद लेता है। इस तरह वह कंचों को अपने पास रख लेता है। मार्ग में उसके कंचे गिर जाते हैं और वह बिना सोचे-समझे बिखरे कंचे उठाने लगता है।
इस कहानी से यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी कल्पना में नहीं जीना चाहिए तथा माता-पिता द्वारा दिए गए पैसे का सही उपयोग करना चाहिए।