Summary of jago phir ek baar
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'जागो फिर एक बार' कविता हिंदी के महान कवि 'सूर्यकांत त्रिपाठी निराला' द्वारा रचित एक कविता है। ... इस कविता में कवि ने पराधीनता से निराश होकर भारतीय जन के लिये कुछ चिंतन किया है और सुप्त भारतीय जनता को उनके गौरवमयी अतीत की याद दिलाते हुए उन्हें जगाने का आह्वान किया है।
- Thnku ;)
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