summary of lakh ki chidiya in hindi
Answers
Answer:
पाठ का सार / प्रतिपाद्य –
प्रस्तुत पाठ में लेखक 'कामतानाथ' जी ने लाख की चूड़ियों के माध्यम से इस मशीनी युग की व्यथा को दर्शाया है। मशीनों के आ जाने के कारण गाँव के छोटे-छोटे उद्योग-धंधे और कलाएँ लुप्त हो रही हैं; जैसे – लाख की चूड़ियाँ अब शायद ही किसी के हाथ में दिखती हों। उसका स्थान अब मशीनों द्वारा बनाई गई काँच की चूड़ियों ने ले ली है। कुछ समय पहले जिस कला या हुनर के कारण बदलू की जीविका चलती थी अब उसे बंद करना पड़ा।
यह कहानी बदलू के मर्म को चूड़ियों के माध्यम से दर्शाता है। वह अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपना धंधा बंद कर देता है।
बदलू की चारित्रिक विशेषताएँ –
मेहनती
बच्चों के प्रति प्रेम
ग्रामीण जीवन से लगाव
स्वाभिमानी
विवेकशील
ज़िद्दी – अपनी इच्छानुसार काम करने वाला
अच्छा कारीगर
लेखक की चारित्रिक विशेषताएँ –
संवेदनशील
विवेकशील
कलाप्रेमी
बड़ों के प्रति सम्मान की भावना
कहानी का उद्देश्य –
ग्रामीण जीवन की सुन्दरता तथा उसके जीवन शैली को दर्शाना।
लघू और पौत्रिक उद्योग-धंधों की उपयोगिता की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करना।
आधुनिकता से होने वाले प्रभावों को उजागर करना।
गाँव में समाप्त हो रहे उद्योग-धंधों से आहत या प्रभावित लोगों की संवेदनाओं को प्रस्तुत करना।
ग्रामीण जीवन में व्याप्त आपसी प्रेम, समझ, सम्मान और भाईचारे की भावना प्रस्तुत करना।
शिक्षा –
मशीनी युग के प्रभाव का आंकलन है।
समाज में घट रही घटनाओं तथा उसके परिणाम का तुलनात्मक अध्ययन कर किसी परिणाम तक पहुँचना चाहिए।
पैत्रिक धरोहर का संबंध हमारी भावनाओं से होता है उनका विकल्प कुछ और नहीं हो सकता।