Hindi, asked by lightlawliet, 1 year ago

summary of leek pe ve chale chapter pls pls pls

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Answered by mohitkumar420
2

Answer:

लीक पर वे चलें कविता में लीक शब्द

का अर्थ ' हमारी परंपराओं ' से है।

कवि इस कविता में बतलाता है कि ,

जो लोग लीक अर्थात् परंपरा के पीछे

चलते है उनके चरण दुर्बल के साथ -

साथ हारे हुए भी होते है। परंतु कवि को ,

स्वयं यात्रा किया हुआ मार्ग ही सबसे

प्यारा है । अतः ऐसा पथ जो ,

स्वयं निर्मित किया हुआ हो,

किसी अन्य व्यक्तियों द्वारा नहीं किया

हुआ हो । ऐसे पथ कवि को अत्यंत

प्यारे लगते है ।

Explanation:

please mark as brainliests.

Answered by pratham123456ahuja
1
लीक पर वे चलें जिनके
चरण दुर्बल और हारे हैं,
हमें तो जो हमारी यात्रा से बने
ऐसे अनिर्मित पन्थ प्यारे हैं।

साक्षी हों राह रोके खड़े
पीले बाँस के झुरमुट,
कि उनमें गा रही है जो हवा
उसी से लिपटे हुए सपने हमारे हैं।

शेष जो भी हैं-
वक्ष खोले डोलती अमराइयाँ;
गर्व से आकाश थामे खड़े
ताड़ के ये पेड़,
हिलती क्षितिज की झालरें;
झूमती हर डाल पर बैठी
फलों से मारती
खिलखिलाती शोख़ अल्हड़ हवा;
गायक-मण्डली-से थिरकते आते गगन में मेघ,
वाद्य-यन्त्रों-से पड़े टीले,
नदी बनने की प्रतीक्षा में, कहीं नीचे
शुष्क नाले में नाचता एक अँजुरी जल;
सभी, बन रहा है कहीं जो विश्वास
जो संकल्प हममें
बस उसी के ही सहारें हैं।

लीक पर वें चलें जिनके
चरण दुर्बल और हारे हैं,
हमें तो जो हमारी यात्रा से बने
ऐसे अनिर्मित पन्थ प्यारे हैं ।
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