Summary of malgudi days
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Malgudi Days" contains 19 short stories written by R.K. Narayan. Each chapter portrays the author as a different person in a different profession. For example, Narayan takes on the role of an astrologer, a postman, a doctor, a blind beggar, a Brahmin, a man who faces down a man-eating tiger, a man who carves an image of God, and a boy who does not want to go to school.
Each character is a citizen of Narayan's fictitious town of Malgudi. According to the New York Times, are all believed to be Indian. Each story portrays a facet of life in Malgudi. Narayan created a remarkably complete historical record.
Narayan is one of the most widely known Indian authors writing in English, and is credited with bringing Indian literature to the rest of the world. In 1986 "Malgudi Days" and two of Narayan's other books were adapted as a television series that ran for 39 episodes on the Doordarshan broadcast network in India, each about 20 minutes long. The series was remade in 2004 and broadcast in 2006.
Answer:
इस नाटक Vendor of Sweets की कहानी बाप और बेटे के रिश्ते पर आधारित होती है | इस कहानी में जगन एक मिठाईवाला होता है | वो अपने बेटे से हर वक़्त कॉलेज में बारे में पूछता है लेकिन वो हर बात को नकार देता है | एक दिन जगन का बेटा उसको कॉलेज छोड़ देने के बारे में बताता है तो जगन बड़ा पपरेशान होता है कि ये अब क्या करेगा | वो अपने परम मित्र से उसके बेटे की जासूसी करवाता है | जासूसी करते हुए उनका परम मित्र उनको माली के बारे बताता है कि माली लेखक बनना चाहता है | जगन ये बात सुनकर काफी खुश होते है और उनको अपने लेखन में मन लगाने को कहते है |
एक दिन जगन के मित्र को माली के बारे में पता चलता है की वो विदेश जाना चाहता है और वीसा पासपोर्ट की तैयारी में लगा हुआ था | जगन माली की इस बात को सुनकर काफी नाराज होते है लेकिन माली की जिद को देखते हुए उसे विदेश भेज देते है | कुछ महीनों बाद माली वापस अपने गाँव मालगुडी लौटता है और साथ में एक विदेशी लडकी को पत्नी बनाकर साथ लाता है | पहले तो जगन इस बात से काफी नाराज जोते है लेकिन जल्द ही वो अपनी बहु से मिलनसार हो जाते है |
माली एक दिन जगन को बताता है कि वो एक ऐसी मशीन लाया है जिससे बटन दबाते ही अपने आप लेखन का कार्य हो जाता है | वो इस मशीन की फैक्ट्री मालगुडी में लगाना चाहता था और इसके लिए पैसो की आवश्यकता थी | वो जगन से पैसो की मांग करता है लेकिन वो उसकी बात को बिना समझे हां कर देते है | कुछ दिनों बाद जगन की दूकान पर एक कागज आता है जिसमे माली के फक्ट्री बनाने की बात लिखी होती है और अंत में जगन का नाम लिखा होता है |
वो उसी शाम जगन को बिना पूछे नाम लिखने के लिए डांटते है और वो प्रोजेक्ट में पैसा लगाने से मना कर देते है | माली जगन को बताता है कि अगर वो ये फक्ट्री में निवेश नही करेंगे तो माली की पत्नी देश छोडकर चली जायेगी | जगन को जब इस बात का पता चलता है तो वो माली की अनुपस्थिथि में ग्रेस से मिलते है उनके विदेश जाने का कारण पूछते है | ग्रेस उनको बताती है कि माली की उससे शादी नहीं हुई है | इस बात को सुनकर वो सदमे में आ जाते है और उन दोनों की मंदिर में शादी कराने की बात कहते है | लेकिन इससे पहले ग्रेस घर छोडकर मद्रास में अपनी सहेली के यहा चली जाती है |
इसके बाद एक दिन माली की गाडी में शराब मिलने के कारण पुलिस माली को जेल में डाल देती है | जगन का मित्र जब जगन को यह बात बताता है तो वो उसको कुछ पैसे देकर माली को छुड़ाने की बात करता है और जगन खुद मालगुडी से दूर कुछ दिनों के लिए घर से विश्राम के लिए चले जाते है और कहानी का अंत हो जाता है |
इस कहानी Vendor of Sweets के बीच बीच में जगन के युवावस्था के दृश्य दिखाए जाते है किस तरह जगन की शादी होती है और उनकी भगवान से मन्नत मांगने पर माली का जन्म होता है | जगन की पत्नी की अक्सर तबियत खराब रहती है और एक दिन ज्यादा तबियत खराब होने से उसकी मौत हो जाती है | माली उसकी माँ की मौत का जिम्मेदार जगन को मानता था |