Summary of sana sana hath jodi in hindi class 10
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ye ek yatra vritant path hai
साना साना हाथ जोड़ि का सारांश
साना साना हाथ जोड़ि पाठ मधु कांकरिया जी द्वारा लिखा गया है| मधु कांकरिया जी ने इस पाठ में अपनी सिक्किम की यात्रा का वर्णन किया है। एक बार वे अपनी मित्र के साथ सिक्किम की राजधानी गंगटोक घूमने गयी थीं। पाठ में सिक्किम की संस्कृति और वहां के लोगों के जीवन का विस्तार से वर्णन किया है। पाठ में हिमालय और उसकी घाटियों का भी सुंदर वर्णन किया गया है। लेखिका वहां की बदलती प्रकृति के साथ अपने को भी बदलता हुआ महसूस करती हैं|
लेखिका गंगटोक को मेहनती बादशाहों का शहर बताती हैं क्योंकि वहाँ के सभी लोग बहुत ही मेहनती थे| वहाँ पर बच्चे तीन किलोमीटर की पहाड़ी चढ़ कर स्कूल जाते थे | बच्चे से स्कूल से आकर घर काम भी करते थे| उसने उन्हें बौद्ध धर्म में फहराए जाने वाली पताकाओं के बारे में बताया और धर्म चक्र के बारे में भी बताया। हिंदू धर्म में चक्र की बहुत महत्ता है। ऐसा ही कुछ लेखिका को सिक्किम में बौद्ध धर्म के बारे में भी देखने को मिला। इसलिए लॉंग स्टॉक में घूमते हुए चक्र को देखकर लेखिका को पूरे भारत की आत्मा एक सी दिखाई दी।
उन्होंने इस पाठ का नाम, एक नेपाली युवती की बोलीहुई प्रार्थना से लिया। साना साना हाथ जोड़ी का अर्थ है - छोटे छोटे हाथ जोड़कर प्रार्थना करती हूँ।