Summary of story partition written by swayamprakash
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‘स्वयं प्रकाश’ की कहानी “पार्टीशन” का सारांश
स्वयं प्रकाश हिंदी के एक प्रसिद्ध लेखक रहे हैं> उनकी कहानियां पढ़ने में पड़ी सरल होती हैं उनकी कहानियों में जितनी सरलता होती है। उतनी ही उनकी कहानियां मन को झकझोर देने वाली भी होती हैं और उनकी कहानियां अधिकतर सामाजिक सरोकारों से संबंधित रही हैं।
‘पार्टीशन’ नाम की उनकी कहानी एक ऐसी ही कहानी है जो दंगों के विषय में रची गई है। हालांकि यह कहानी पूरी तरह दंगों की पृष्ठभूमि पर नहीं है। लेकिन दंगे से संबंधित विषय इस कहानी का मुख्य अंग है और यह एक बेजोड़ कहानी है। उनकी इस कहानी पर पर एक टेली फिल्म भी बन चुकी है। इस कहानी के माध्यम से लेखक ने एक सामान्य अल्पसंख्यक व्यक्ति कुर्बान भाई की मनोदशा का वर्णन किया है।
कहानी के अनुसार कुर्बान भाई नामक एक मुस्लिम व्यक्ति है। वह उन मुसलमानों में से एक है जो जो भारत का बंटवारा होने के बाद भी पाकिस्तान नहीं गए। बंटवारे होने के बाद दोनों देशों में दंगे भड़क गए थे। देश का बंटवारा हो गया था सब जगह दुकानें जलाई जा रही थी। लोग एक दूसरे को मार काट रहे थे। कुर्बान भाई के बहुत सारे रिश्तेदार पाकिस्तान चले गए थे। उनके दो भाइयों का हत्या भी हो गई। ऐसे में उनको सूझ नहीं रहा था कि कहां जाएं? कहां सर छुपाया जाए? एक पल को उनके मन में पाकिस्तान जाने का विचार आया। कुर्बान भाई के बहुत से साथी जब पाकिस्तान नहीं गए तो वह क्यों जाते इसलिए कुर्बान भाई ने पाकिस्तान जाने ना जाने का फैसला किया।
धीरे-धीरे उन्होंने भारत में ही बस कर अपनी प्रतिष्ठा कमाली। छोटे-मोटे काम करते धीरे-धीरे अपना कारोबार बढ़ा लिया और उनकी एक सामाजिक प्रतिष्ठा हो गई। लेकिन यह काफी नहीं थी उनका किसी व्यक्ति से छोटा सा विवाद हो गया तो उस व्यक्ति ने उन्हें मुसलमान कहकर उन पर तंज कस दिया। जिससे उनका मन आहत कर गया और उन्होंने जो अपनी प्रतिष्ठा कमाई थी वह उन्हें मिट्टी में मिलती दिखाई थी। अभी तक उनहोंने एक इंसान की तरह अपनी छवि बनाई थी न कि हिंदु-मुसलमान के रूप में। इस घटना ने उन्हें आहत कर दिया।
इस कहानी के माध्यम से लेखक ने यह बताने की कोशिश की है कि भारत का विभाजन 1947 में हुआ था। जिसमें हिंदू मुसलमानों को बांट दिया गया था लेकिन उसके बाद भी अभी तक ऐसे अनेक विभाजन जारी हैं। जहां लोगों द्वारा हिंदू मुसलमानों को आपस में बांटने की कोशिश की जाती है और उन्हें लड़ाने की कोशिश की जाती है।