SWACH BHARAT ABHIYAN IN HINDI PARAGRAPH
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स्वच्छ भारत अभियान हमारे सम्मान के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2014 पर शुरू किया गया था। गांधी जी हमेशा स्वच्छ भारत चाहते हैं। यह भारत में स्वच्छता की दिशा में उठाए गए एक बड़ा कदम है। यह गांधी जी के लिए एक उपहार है। स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया गया था: -2 अक्टूबर को गांधी जी का जन्म हुआ था।
हमारे प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में इसे शुरू कर दिया है और अपने शहर को साफ करने के लिए सभी को संदेश दिया।
तारक मेहता का Oolta चश्मा, सचिन तेंदुलकर, आमिर खान आदि की पूरी टीम है, जो इस बात के लिए हमारे प्रधानमंत्री नौ लोगों को चयनित किया गया है
इस अवसर नरेंद्र मोदी पर खुद कई परिवेश साफ
"सफाई भक्ति की दिशा में एक मार्ग है" यह बात हर व्यक्ति में आना चाहिए।
तो आओ और हमारे देश स्वच्छ और हरे रंग बनाते हैं।
हमारे प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में इसे शुरू कर दिया है और अपने शहर को साफ करने के लिए सभी को संदेश दिया।
तारक मेहता का Oolta चश्मा, सचिन तेंदुलकर, आमिर खान आदि की पूरी टीम है, जो इस बात के लिए हमारे प्रधानमंत्री नौ लोगों को चयनित किया गया है
इस अवसर नरेंद्र मोदी पर खुद कई परिवेश साफ
"सफाई भक्ति की दिशा में एक मार्ग है" यह बात हर व्यक्ति में आना चाहिए।
तो आओ और हमारे देश स्वच्छ और हरे रंग बनाते हैं।
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2 अक्टोबर 2014 को
प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का
आरंभ किया।
इस का मुख्य उद्देश्य है सब सड़कों को , सार्वजनिक जगहों को कूड़ा निकलकर साफ करना, लोगोंको सफाई की तरीकें सिखाना। महात्मा गाँधी का यह एक सपना था कि सब भारत वासी स्वच्छता के बारे में सीखें और उसका अमल करें। देश भर के नेताओं ने अभियान में हिस्सा लिया और उसे जारी रखने की कसमें खाई। इस अभियान से सब बच्चे साफ सुधरा रहेंगे।
हर हफ़्ते रविवार को सरकार कर्मचारी, अफसर , राजकीय नायक , प्रसिद्ध सिनेमा कलाकार , समाजिक सेवा संघ और बहुत सारे लोग इस अभियां में भाग ले रहे हैं। इससे गरीब लोगों के मन में सफाई और स्वास्थ्य ले बारे में विचार पैदा करना है। उन्हे अच्छे संस्कार और आजकल के तरीके सिखाना है।
बहुत जगहों पर कूड़े के डिब्बे रखे गये। और टीवी पर विज्ञापन भी दिखाये जा रहे हैं।
स्वच्छ भारत अभियान से सार्वजनिक स्वास्थ्य और सफाई बढ़ेंगे और गरीबों के पैसे भी बचेंगे। सिर्फ दो घंटे हर हफ़्ते लगाना है हमें इस काम में। स्वच्छ भारत में लोग ना गंदगी करेंगे और ना करने देंगे । इस से भारत का आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
हमें गावों में और ज्यादा शौचालय बनाने होंगे। इस में नगर मुनिसिपलिटी और पंचायत की विशेष भूमिका है। । जहाँ पर सरकार या नगर पालिका अच्छा प्रबन्धन नहीं कर पाती है, वहां कुछ स्वैच्छिक संस्थानों को सफाई के कम सौंपना चाहिये। इन संस्थानों को कुछ नाममात्र भुगतान भी दिया जा सकता है।
केंद्रीया विद्या बोर्ड ने सी बि एस सी , आइ सी एस सी , राज्यों में सरकार विद्या सम्बंध बोर्डों को स्वच्छ भारत के लिये काम करने के लिये कहा है। और बहूत सारे विद्यालयों ने भी हर रविवार को यह काम शुरू किया है।
अखबार, टीवी और रेडियो पर प्रसारणों और चर्चाओं लोगों की जानकारी बढ़ेगी । कुछ सालों के बाद हिंदुस्तान पश्चिमी देशों जैसे एकदम बढिया और सुन्दर हो जाएगा।
हब सब लोगों का एक ही धर्म है कि अपना घर , घर के आसपास के जगहों को साफ रखें और गंदा ना करें। मेरी आशा है कि पांच सालों में सब लोग स्वच्छ भारत बनाने में अपना हिस्सा निभाएंगे और भारत का नाम दुनिया में रोशन करेंगे।
इस का मुख्य उद्देश्य है सब सड़कों को , सार्वजनिक जगहों को कूड़ा निकलकर साफ करना, लोगोंको सफाई की तरीकें सिखाना। महात्मा गाँधी का यह एक सपना था कि सब भारत वासी स्वच्छता के बारे में सीखें और उसका अमल करें। देश भर के नेताओं ने अभियान में हिस्सा लिया और उसे जारी रखने की कसमें खाई। इस अभियान से सब बच्चे साफ सुधरा रहेंगे।
हर हफ़्ते रविवार को सरकार कर्मचारी, अफसर , राजकीय नायक , प्रसिद्ध सिनेमा कलाकार , समाजिक सेवा संघ और बहुत सारे लोग इस अभियां में भाग ले रहे हैं। इससे गरीब लोगों के मन में सफाई और स्वास्थ्य ले बारे में विचार पैदा करना है। उन्हे अच्छे संस्कार और आजकल के तरीके सिखाना है।
बहुत जगहों पर कूड़े के डिब्बे रखे गये। और टीवी पर विज्ञापन भी दिखाये जा रहे हैं।
स्वच्छ भारत अभियान से सार्वजनिक स्वास्थ्य और सफाई बढ़ेंगे और गरीबों के पैसे भी बचेंगे। सिर्फ दो घंटे हर हफ़्ते लगाना है हमें इस काम में। स्वच्छ भारत में लोग ना गंदगी करेंगे और ना करने देंगे । इस से भारत का आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
हमें गावों में और ज्यादा शौचालय बनाने होंगे। इस में नगर मुनिसिपलिटी और पंचायत की विशेष भूमिका है। । जहाँ पर सरकार या नगर पालिका अच्छा प्रबन्धन नहीं कर पाती है, वहां कुछ स्वैच्छिक संस्थानों को सफाई के कम सौंपना चाहिये। इन संस्थानों को कुछ नाममात्र भुगतान भी दिया जा सकता है।
केंद्रीया विद्या बोर्ड ने सी बि एस सी , आइ सी एस सी , राज्यों में सरकार विद्या सम्बंध बोर्डों को स्वच्छ भारत के लिये काम करने के लिये कहा है। और बहूत सारे विद्यालयों ने भी हर रविवार को यह काम शुरू किया है।
अखबार, टीवी और रेडियो पर प्रसारणों और चर्चाओं लोगों की जानकारी बढ़ेगी । कुछ सालों के बाद हिंदुस्तान पश्चिमी देशों जैसे एकदम बढिया और सुन्दर हो जाएगा।
हब सब लोगों का एक ही धर्म है कि अपना घर , घर के आसपास के जगहों को साफ रखें और गंदा ना करें। मेरी आशा है कि पांच सालों में सब लोग स्वच्छ भारत बनाने में अपना हिस्सा निभाएंगे और भारत का नाम दुनिया में रोशन करेंगे।
kvnmurty:
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