Swachhata ka mahatva purn batate hue Apne dost ko ek Patra likhiye
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स्वच्छता एक ऐसा कार्य नहीं है जो पैसा कमाने के लिये किया जाए बल्कि, ये एक अच्छी आदत है जिसे हमें अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन के लिये अपनाना चाहिये। स्वच्छता सबसे पुण्य का कार्य है जिसे जीवन का स्तर बढ़ाने के लिये एक बङी जिम्मेदारी के रुप में हर एक को अनुकरण करना चाहिये। हमें अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता, पालतु जानवरों की स्वच्छता, पर्यावरण की स्वच्छता, अपने आस-पास की स्वच्छता, और कार्यस्थल की स्वच्छता आदि करनी चाहिये। हमें पेड़ों को नहीं काटना चाहिये और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिये पेड़ लगाना चाहिये।
ये कोई बाध्यकारी कार्य नहीं है लेकिन हमें इसे शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहिये। ये हमें मानसिक, शारीरिक, समाजिक और बौद्धिक रुप से स्वस्थ रखता है। सभी के साथ मिलकर लिया गया कदम एक बड़े कदम के रुप में परिवर्तित हो सकता है। जब एक छोटा बच्चा सफलतापूर्वक चलना, बोलना, दौड़ना सीख सकता है, और यदि अभिभावक के द्वारा इसको बढ़ावा दिया जाए तो वो बहुत आसानी से स्वच्छता की आदत को बचपन से ग्रहण कर सकता है। तर्जनी के द्वारा माता-पिता अपने बच्चे को चलना सीखाते है क्योंकि ये पूरे जीवन को जीने के लिये बहुत जरुरी है। उन्हें जरुर समझना चाहिये कि स्वच्छता एक स्वस्थ जीवन और लंबी आयु के लिये भी बहुत जरुरी होता है इसलिये उन्हे अपने बच्चों में साफ-सफाई की आदत को डालना चाहिये। अपने बच्चों में स्वच्छता को लाना एक बड़ा कदम होगा। अत: अब पूर्ण स्वच्छता हमसे बहुत दूर नहीं है। ये केवल एक पीड़ी से 4 से 5 साल दूर है क्योंकि आधुनिक काल में हमारे छोटे से बच्चे बहुत समझदार है सभी चीजों को समझने के लिये।
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नं :14
अशोक नगर ,
चेन्नई |
16.12.15
प्रिय दीपक
सस्नेह !
आशा करता हूँ कि तुम सकुशलता से होंगे | मुझे यह मालूम हुआ है कि तुम आजकल स्वच्छता में बिलकुल भी ध्यान न देकर अपने गली के बच्चों के साथ सारा दिन खेलते रहते हो | घर आते ही खाना खाकर सो जाते हो |
मेरे मित्र ! ऐसे कैसे चलेगा ? स्वच्छता हमारे जीवन में एक महत्व पूर्ण विषय है | स्वच्छता और सफ़ाई के बिना हम ठीक तरह जी नहीं सकते हैं | हमे हर दिन अच्छी तरह नहा धो लेना चाहिए |इससे हम खुद स्वस्थ रहेंगे | सफाई और स्वच्छता भारत के सभी नागरिकों की एक सामाजिक ज़िम्मेदारी बनती है | तुम ने सुना होगा कि 2 अक्टोबर 2014 को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वच्छ भारत अभियान का शुभ आरंभ किया|
मुझे आशा है कि तुम अपनी स्वच्छता की आदतों में सुधार अवश्य लाओगे | माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना |
तुम्हारा दोस्त
वैभव कुमार गुप्ता