swarachit kavita in hindi of 20-30 lines and I will mark answer brainliest if the poem will be self composed and he or she will be given 100 points
Answers
स्वरचित कविता
मजबूर पिता पर कविता :
जवानी से बुढ़ापे तक पिता एक मजबूर होता है ,
सबके सपने पूरे करने के लिए हमेशा तैयार होता है ,
पिता हर घर की रीड की हड्डी है ,
जिस पर टिकी है घर की नींव सारी ,
पिता रोटी है , पिता कपड़ा है , पिता मकान है ,
पिता सारे घर का आसमान है ,
पिता है तो , घर की शान है ,
पिता से ही सबके घर की खुशियाँ है ,
पिता से माँ की खुशियाँ है ,
पिता से ही बच्चों के सपने है ,
पिता है तो सारे बाजार के मिठाइयाँ और खिलौने अपने है ,
जवानी से बुढ़ापे तक पिता एक मजबूर है ,
सभी खुशियाँ खरीदने में पिता हर दिन खर्च होता है |
बिना आँसू और बिना आवाज के पिता रोता है ,
वह पिता होता है , वह पिता होता है |
डॉक्टर पर कविता
भगवान के बाद किसी से उम्मीद रखी जाती है वह है डॉक्टर
भगवान का नाम बाद में पहले डॉक्टर याद आता है,
भगवान का दूसरा रूप है डॉक्टर |
कुछ हुआ तो बड़ी उम्मीद के डॉक्टर साथ उसके पास,
उसका केवल मुसकुरा से कह देना कि चिन्ता की कोई बात नहीं,
मन को सुकून मिल जाता है , आधी बीमारी भाग जाती है,
भगवान का दूसरा रूप है डॉक्टर |
जन्म से लेकर मृत्यु तक साथ निभाने वाला,
यहां सब कोई बराबर होता है ,न कोई अमीर न कोई गरीब,
न जात- पात न धर्म का बंधन, अपनी जीवन की डोर उस पर सौंपते हैं,
रात हो या दिन हर वक्त इलाज को तत्पर होता हो डॉक्टर |
भगवान ने अपनी जगह धरती पर भेजा है डॉक्टर |