swasth bhojan par ek kavita
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भोजन मेँ रखिए सदा, पौष्टिकता का ध्यान ।
गरिष्ठ भोजन नहिँ ठीक है, ऐसा तो हो ज्ञान ॥
ताजा भोजन जो करै, शुद्ध पियै अरु तोय ।
उसको तो फिर न कभी, रोग पेट का होय ॥
लहसुन और प्याज हो, भोजन मेँ भरपूर ।
स्वाद भी अच्छा रहे, रोग रहेँ सब दूर ॥
मुरगे की बोली से जाना, क्या तुमने संदेश ।
प्रातःकाल उठ जाने का, वह देता उपदेश ॥
प्रातःकाल ही जो उठे, और टहलने जाय ।
स्वास्थ्य लाभ उसको मिले, क्योँ न वह हरसाय ॥
ध्यान स्वास्थ्य का रख सदा, यह तो है अनमोल ।
देखभाल मेँ तू कभी, मत कर टाल-मटोल ॥
अच्छे स्वास्थ्य के लिए,करते रहो कुछ काम ।
यदि आवश्यक हो तो, कर लो कुछ व्यायाम ॥
जो तू चाहे स्वास्थ्य भला, तो मेरा कहना मान ।
फिर तो सदा ही चाहिए, चेहरे पर मुस्कान ॥
यदि कोई चाहे कि उसका,स्वास्थ्य न होय खराब ।
फिर तो उसे नहिँ चाहिए,पीना कभी शराब ॥
जो चाहो अपना भला, तो मत पियो शराब ।
इससे तो सब ही गये, तन मन धन अरु आब ॥
प्रातःकाल जो उठहिँ, सेवहिँ शुद्ध समीर ।
जीवन मेँ नहिँ हो सके, उनको रोग गंभीर ॥
गरिष्ठ भोजन नहिँ ठीक है, ऐसा तो हो ज्ञान ॥
ताजा भोजन जो करै, शुद्ध पियै अरु तोय ।
उसको तो फिर न कभी, रोग पेट का होय ॥
लहसुन और प्याज हो, भोजन मेँ भरपूर ।
स्वाद भी अच्छा रहे, रोग रहेँ सब दूर ॥
मुरगे की बोली से जाना, क्या तुमने संदेश ।
प्रातःकाल उठ जाने का, वह देता उपदेश ॥
प्रातःकाल ही जो उठे, और टहलने जाय ।
स्वास्थ्य लाभ उसको मिले, क्योँ न वह हरसाय ॥
ध्यान स्वास्थ्य का रख सदा, यह तो है अनमोल ।
देखभाल मेँ तू कभी, मत कर टाल-मटोल ॥
अच्छे स्वास्थ्य के लिए,करते रहो कुछ काम ।
यदि आवश्यक हो तो, कर लो कुछ व्यायाम ॥
जो तू चाहे स्वास्थ्य भला, तो मेरा कहना मान ।
फिर तो सदा ही चाहिए, चेहरे पर मुस्कान ॥
यदि कोई चाहे कि उसका,स्वास्थ्य न होय खराब ।
फिर तो उसे नहिँ चाहिए,पीना कभी शराब ॥
जो चाहो अपना भला, तो मत पियो शराब ।
इससे तो सब ही गये, तन मन धन अरु आब ॥
प्रातःकाल जो उठहिँ, सेवहिँ शुद्ध समीर ।
जीवन मेँ नहिँ हो सके, उनको रोग गंभीर ॥
shawsubham952:
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swastha bhojan yadi khaoge tum
apna jeeven mehkaoge tum
sehatmand rehkar hi to
parivar ka naam jagmagaoge tum
bhojan hi hai jeevan ka aadhaar
swastha bhojan se karo tum pyaar
swasth rehkar hi to tum
haasil kroge apna mukaam
apna jeeven mehkaoge tum
sehatmand rehkar hi to
parivar ka naam jagmagaoge tum
bhojan hi hai jeevan ka aadhaar
swastha bhojan se karo tum pyaar
swasth rehkar hi to tum
haasil kroge apna mukaam
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