swatantra aur nishpaksh chunav Kya hota hai in Hindi
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शुरुआत शनिवार को लखनऊ जिले के स्थानीय निकाय चुनावों से हो रही है। यहां मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। इसके साथ ही पहले चरण के शेष 17 जिलों में 24 जून को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार का दौर शुक्रवार की शाम पांच बजे थम गया।
राज्य निर्वाचन आयुक्त एस.के. अग्रवाल ने वीडियोकांफ्रेंसिंग करके शुक्रवार को पहले चरण वाले पांच जिलों मेरठ, मुरादाबाद, बदायूं, वाराणसी और बलिया में चुनाव बन्दोबस्त का जायजा लिया। आयोग के इतिहास में यह पहला मौका है जबकि वीडियोकांफ्रेंसिंग का सहारा लिया गया है।
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराया जाए। आयोग ने निर्देश दिए कि मतदान के दिन जिले और अन्य प्रदेशों की सीमाएं हर हाल में सील कर दी जाएं तथा कड़ी चौकसी बरती जाए।
पहले चरण में लखनऊ, गोण्डा, छत्रपति शाहूजी महाराज नगर, मेरठ, मुरादाबाद, बदायूं, महामाया नगर, फिरोजाबाद, इटावा, फरुखाबाद, ललितपुर, हमीरपुर, फतेहपुर, बस्ती, देवरिया, बलिया और वाराणसी में चुनाव होगा। इस चरण में 88 लाख 55 हजार से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनके लिए 9693 मतदेय स्थल बनाए गए हैं।
इनमें से 4225 मतदेय स्थल अति संवेदनशील तथा 3290 मतदेय स्थल संवेदनशील घोषित किए गए हैं। इन जिलों में चुनाव व्यवस्था को पूरा कराने के लिए 268 जोनल मजिस्ट्रेट तथा 684 सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा सभी जिलों में एक-एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को चुनाव प्रेक्षक नियुक्त किया गया है।
आयोग के संयुक्त आयुक्त जय प्रकाश सिंह ने बताया कि वीडियोकांफ्रेंसिंग में सम्बंधित जिले के प्रेक्षक, जिलाधिकारी, एसएसपी-एसपी, सीएमओ, विद्युत विभाग के अधिकारी तथा उपजिला निर्वाचन अधिकारी भाग ले रहे थे। आयोग ने पीठासीन अधिकारियों की नियुक्ति एवं प्रशिक्षण तथा निर्वाचन सामग्री वितरण के बारे में जानकारी हासिल की।
आयोग ने जिलाधिकारियों से यह जानकारी ली कि जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों तथा पुलिस अधिकारियों ने अपने क्षेत्र का भलीभांति भ्रमण कर लिया है या नहीं? आयोग ने मतदान केन्द्रों पर रैम्प, पेयजल, छाया, मेडिकल, बिजली आदि की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। आयोग ने शान्ति व्यवस्था कायम रखने के लिए उठाए गए कदमों तथा अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के विरुद्ध की गयी कार्रवाई के बारे में भी पूछताछ की।