Swatantrata sangram mein mahilaon ka yogdaan essay in hindi ! plz help ! urgent !
Answers
स्वतन्त्रता संग्राम के नाम से ही मन मे अनेक विचार आ जाते हैं। अग्रेंज़ो की अधीनता से पीडित भारतीयों ने क्या नहीं देखा क्या नहीं खोया और क्या नहीं सहा।
अपने सुनहरे देश को आजाद कराने मे अनगिनत वीरों ने अपना सब कुछ लुटा दिया। इस धार्मिक युद्ध मे पुरुषों के साथ कंधे मिलाकर कई महिलाओं ने भी अपनी देश भक्ति को दर्शाया । माना औरत ममता की मूर्ति है, कोमलता का प्रतीक है, दया का सागर है पर जब भी अन्याय ने सिर उठाया, उसने अपना अलग ही रूप दिखाया। माँ चण्डी ,दुर्गा ,पार्वती का रूप धारण कर उसने अपनी असीम शक्ति से लुटेरों को दण्ड दिया।
झान्सि की रानी ,चित्तूर चैन्नम्मा,सरोजिनी नायडू जैसे कई महिलाओं ने अपनी वीरता त्याग का प्रदर्शन किया। देश को स्वतंत्र करने में तन धन मन सब न्योच्छावर कर दिये। अंग्रेजों की क्रूरता का शिकार बनीं, कारागार गयीं,यहाँ तक लाठियाँ भी सहीं। पुरुषों के साथ उनकी धर्म पत्नियों का योगदान भी बहु चर्चित हुआ। कस्तूर्बा गान्धि, कमला नेहरु, विजय लक्ष्मी पण्डित से सभी परिचित हैं। महिलाओं ने अपनी शारीरिक मानसिक नैतिक बल का उपयोग कर विदेशियों का मुकाबला किया। छन्द पढी लिखी औरतों ने अथक प्रयास से लोगों को जागरूख किया और पूरे देश में विद्रोह की लहर बहीं।
आज यदि हम इस आजा़द देश का सुखद अनुभव कर रहें हैं तो इसमें नारियों का भी समभाग रहा हैं।