तिब्बत में डाँडे क्या है और उनकी विशेषताएँ लिखिए ल्हासा की ओर पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए
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तिब्बत में डाँडे उन जगहों को कहते हैं, जो बेहद ऊंचाई पर स्थित होती हैं। यह लगभग 17000 से 18000 फीट की ऊंचाई पर स्थित जगह होती हैं। इन जगहों के आसपास कोई आबादी नहीं होती है, ना ही कोई गांव बड़ा होता है निर्जन स्थान होते हैं। जहाँ पर डाकुओं-लुटेरों का भय बना रहता है, इसलिए अक्सर इन जगहों की यात्रा करते समय यात्रियों को इन डाकुओं-लुटेरों भय बना रहता है।
‘ल्हासा की ओर’ पाठ में लेखक ने डाँडे की यात्रा भिखारी के भेस में इसीलिए की थी, ताकि डाकू आदि मिलने पर वे उसे भिखारी समझें और उसे लूटने की कोशिश ना करें।
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