तो बोर धरती की गोद में जा गिरे। मिट्टी ने उन्हें इक दिया। दोनों रात में सुख को नीद सोए।
दोन वर्ग से एक के अंकुर फूट र, या ऊपर उठने लगा। यह देख कोटा बोज बोला, “मैया! यहाँ
भर है। लोग तु और लेगे. मार डालेगे। बीज सब सुनता रहा और चुपचाप ऊपर उठता रहा। धीरे
रतो को परत पार कर ऊपर निकल आया और बाहर का सौदर्य देखकर मुसकराने लगा। सूर्य ने उस पर
दान कराया और पवार ने पंखा एलायाः वर्ष आ. शीतल जल पिला गई। किसान आया और बिस्तर लगा
चला गया। बीर बदला हो गया हमला, सालात, फूलता और फलता हुआ बीज एक दिन परिपक्स
सपहुंचा। जब इस संसार में गिरा हुम तो अपने जैसे असंख्य बीज छोड़कर हैसता और आत्मसार
बिहीअर रचा बोज पर देखकर पछता रहा था। भय और संकीर्णता के कारण मैं जहाँ था. होय
जाऔर मेरा असा गुनी समाधिया गया।
नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क)छोटा बीज क्यों चिंतित हो गया ?
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brainlist ap ban hone wala hai
Isiliye mark me as brainlist
and also give thanks
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