तुंगा के युद्ध 18 सो 87 पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए
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Explanation:
तुंगा के युद्ध
तुंगा की लड़ाई :-
तुंगा की लड़ाई 28 जुलाई 1887 को जयपुर नरेश सवाई प्रतापसिंह तथा मराठा सेनापति महादजी सिंधिया के बीच शुरू हुई और तीन दिन तक चली । इस युध में जयपुर राज्य की ओर से कछवाहों की राजावत, धिरावत, खंगारोत, बलभद्रोत, शेखावत तथा नाथावत शाखाओं ने तथा जोधपुर नरेश के राठौड़ सैनिकों ने भाग लिया जबकि मराठों की सेना का नेतृत्व अपने समय के सबसे बड़े सेनानायक महादजी सिंधिया तथा फ्रांसीसी सेनानायक जनरल डिबोयन ने किया । मराठों और फ्रांसीसियों की सेना अपेक्षाकृत अधिक प्रशिक्षित, अधिक आधुनिक और क्रूर थी तो भी देश की रक्षा के लिए प्राण समर्पित कर देने वाले ठेठ देशी पद्दति के जयपुर व जोधपुर राज्य के सैनिकों से परास्त हो गई । जयपुर राज्य के इतिहास में तुंगा की लड़ाई एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जाती है ।