ट:- केवल सही विकल्प ही लिखें।
टअंक
- आज के समाज में नीति-परक मूल्य घटते जा रहे हैं। सुख और आनन्द के नशे में लोग धन-कमाने के लिए अंधी
दौड़ में शामिल हो गए हैं। आज मानव इतना स्वार्थी हो गया है कि उसे उचित-अनुचित, नीति-अनीति का ध्यान ही नहीं
रस्ता व्यक्ति विशेष की निज स्वार्थपूर्ति से समाज का कितना अहित हो रहा है इसका शायद किसी को भी आभास नहीं
है। आज के अभिभावक भी धन एवं भौतिकता के साधन जुटाने में इतने तल्लीन हैं कि उनके वात्सल्य का योत ही उनके
लाड़लों के लिए सूख गया है। उनकी इस उदासीनता ने मासूम दिलों को दुःख पहुंचाया है। आज का बालक अपने एकाकीपन
की भरपाई या तो घर में दूरदर्शन-केबिल से प्रसारित अश्लील फूहड़ कार्यक्रमों से करता है अथवा कुसंगति में पड़कर जीवन
का नाश करता है। समाज के इस संक्रांति काल में छात्र किन जीवन मूल्यों को सीख पाएगा यह कहना पूरी तरह कठिन
है। जब-जब समाज पथभ्रष्ट हुआ है, तब-तब युग सर्जक की भूमिका का निर्वाह शिक्षकों ने बखूबी किया है। आज की दशा
में भी जीवन मूल्यों की रक्षा का गुरुतर दायित्व शिक्षक पर ही आ जाता है। आज की स्थिति में जीवनमूल्यों के संस्थापन का
भार शिक्षकों पर पहले की अपेक्षा अधिक हो गया है। क्योंकि आज का परिवार बालक के लिए सद्गुणों की पाठशाला जैसी
संस्था नहीं रह गया है जहाँ से बालक एक संतुलित व्यक्तित्व की शिक्षा पा सके । शिक्षक, विद्यालय परिसर में छात्र के लिए
आदर्श होता है।
माज के समाज
में क्या दिखाई दे रहा
नतिकता
(
खा नीतिपरक मूल्य
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proud root uttor ta dhak Kaal Pro
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Hi any tamil?
Good morning makkal
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