तुलसीदास के अनुसार इस संसार मैं किन चीजो को प्राप्त किया जा सकता ह ?
class 12
Answers
Answer:
आपने तुलसीदास जी के कई दोहे पढ़े और सुने होंगे। लेकिन यहां आज हम उनके ऐसे दोहों का छोटा-सा संकलन लेकर आए हैं, जिनमें आज की परिस्थियां दिखाई देती हैं। इनमें कुछ दोहे ऐसे भी हैं, जिनमें जीवन जीने की सीख दी गई है, जो आज के समय में भी पूरी तरह लागू होती है। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती मनाई जाती है। यह पावन तिथि इस बार 7 अगस्त, बुधवार को है। आइए, जानते हैं कि कैसे इतने वर्ष पहले तुलसीदास जी द्वारा रचे गए दोहे, आज भी प्रासंगिक हैं…
1/8 पंडित और मूर्ख एक समान हो जाते हैं
काम क्रोध मद लोभ की, जौ लौं मन में खान।तौ लौं पण्डित मूरखौं, तुलसी एक समान।।
भावार्थ: इस दोहे के माध्यम से तुलसीदासजी आम मनुष्य को समझाते हैं कि जब किसी व्यक्ति पर काम यानी कामेच्छा, क्रोध यानी गुस्सा, अहंकार और लालच हावी हो जाता है तो एक पढ़ा-लिखा और समझदार व्यक्ति भी अनपढ़ों के समान व्यवहार करने लगता है। इसलिए मनुष्य को इन अवगुणों से दूर रहना चाहिए।
Answer:
You have some question
Explanation:
ok सोवल