तुम्हारी मनपसंद किताब कौन सी है और क्यों?
Class 6 NCERT Hindi Chapter ‘संसार पुस्तक है’
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उत्तर :-
रामचरितमानस मेरी मनपसंद किताब है। इसमें भारत की सभ्यता व संस्कृति की झलक मिलती है। रामचरितमानस में भगवान श्री राम जी के माध्यम से पारिवारिक सामाजिक संबंधों को चित्रित किया गया है। भाई- भाई, माता-पिता -पुत्र ,पति-पत्नी ,मित्रता, राजा- प्रजा आदि का संबंध दिखाया गया है। कैसे एक मानव को अपने संबंधों का पालन मर्यादा द्वारा करना चाहिए। यह मुझे बुराई पर अच्छाई की विजय की शिक्षा देती है।’रामचरितमानस’ मानव जीवन के लिए शिक्षाप्रद किताब है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
रामचरितमानस मेरी मनपसंद किताब है। इसमें भारत की सभ्यता व संस्कृति की झलक मिलती है। रामचरितमानस में भगवान श्री राम जी के माध्यम से पारिवारिक सामाजिक संबंधों को चित्रित किया गया है। भाई- भाई, माता-पिता -पुत्र ,पति-पत्नी ,मित्रता, राजा- प्रजा आदि का संबंध दिखाया गया है। कैसे एक मानव को अपने संबंधों का पालन मर्यादा द्वारा करना चाहिए। यह मुझे बुराई पर अच्छाई की विजय की शिक्षा देती है।’रामचरितमानस’ मानव जीवन के लिए शिक्षाप्रद किताब है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
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1.1 ‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई’
इस पंक्ति में किस घटना की ओर संकेत है?
उत्तर:- इस पंक्ति में झाँसी के राजा और रानी लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु की ओर संकेत किया है।
1.2 ‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई’
काली घटा घिरने की बात क्यों कही गई है?
उत्तर:- रानी लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु हो जाने के कारण रानी के जीवन में काली घटा घिरने की बात की गई है। राजा की मृत्यु के कारण रानी असमय विधवा हो गई और साथ ही राजा की अपनी संतान न होने के कारण अंग्रेजों को झाँसी पर कब्ज़ा करने का मौका मिल गया था।
2. कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढा’ कहकर और उसमें ‘नई जवानी’ आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती हैं?
उत्तर:- हमारे भारत वर्ष के गुलाम होने के कारण एक तरह से चारों ओर मायूसी वाला वातावरण बन गया था। भारतीय वीरों का साहस कमजोर हो गया था। सभी अपने को असहाय महसूस करने लगे थे। ऐसा लगता था मानो सारा देश ही बूढ़ा हो गया है परन्तु ऐसे बोझिल वातावरण में झाँसी की रानी के आने से देश में एक नए उमंग का वातावरण बन गया। लोगों में संघर्ष की नई भावना जागृत हुई। एक बार लोग पुन: स्वतंत्रता प्राप्ति की ओर प्रयत्न करने लगे। यही बात सुभद्राकुमारी चौहान उपर्युक्त पंक्ति द्वारा बताना चाहती है।
3. झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था?
उत्तर:- झाँसी की रानी का नाम लक्ष्मीबाई था। बचपन में उन्हें छबीली नाम से पुकारा करते थे। वे अपने पिता की एकलौती संतान थी। वे कानपूर के नाना साहेब की मुँहबोली बहन थी। लक्ष्मीबाई बचपन से ही वीर और साहसी थी। लक्ष्मीबाई का विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव से हुआ। परन्तु राजा की आकस्मिक मृत्यु से रानी के ऊपर संकटों के बादल लहराने लगे। अँग्रेज सरकार राजा की नि:संतानता का लाभ उठाकर झाँसी पर कब्ज़ा करना चाहते थे परन्तु रानी ने इसका पुरजोर विरोध किया और अंग्रेजों को कड़ी टक्कर दी।
लक्ष्मीबाई का बचपन अन्य बच्चों से भिन्न था। उनकी उम्र के बच्चे खिलौने से खेलते थे परन्तु उनके खिलौने बरछी, ढाल, कृपाण जैसे हथियारों थे। वे बचपन से ही नकली युद्ध का खेल, शिकार करना, दुश्मनों के लिए चक्रव्यूह की रचना करना आदि युद्ध से संबंधित खेल ही खेला करती थी।
इस प्रकार उनका बचपन हम बच्चों से भिन्न था।
4. वीर महिला की इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं?
उत्तर:- इस कहानी में वीर शिवाजी, नाना धुंधूपंत, पेशवा, तातियाँ, अजीमुल्ला, अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवरसिंह, सैनिक अभिराम आदि अनेक वीर पुरुषों के नाम आए हैं।
5. कविता में किस दौर की बात है? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है?
उत्तर:- कविता में स्वाधीनता संग्राम के प्रथम दौर की बात है।
कविता से उस समय के माहौल के बारे में यह पता चलता है कि अँग्रेजों ने धीरे-धीरे से अपना साम्राज्य हमारे देश में फैला लिया था। उस समय भी हमारे देश में स्वतंत्र होने की भावना के बीज फूटे जरुर थे परन्तु संघटन का अभाव, राजाओं की स्वार्थ प्रवृत्ति, आपसी फूट आदि के कारण हमारा आंदोलन सफल न हो पाया। ऐसे विषम वातावरण में भी झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई और कुछ अन्य वीरों ने स्वतंत्रता की चिंगारी को सुलगाने का अभूतपूर्व प्रयास किया।
6. सुभद्रा कुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ क्यों कहती हैं?
उत्तर:- झाँसी की रानी एक महिला होते हुए भी उनमें पुरुषोचित गुण साहस, वीरता, युद्ध कला में निपुणता निडरता आदि गुण विद्यमान थे। उन्होंने युद्ध भूमि में अंग्रेजों के दाँत खट्टे कर दिए थे उनकी वीरता का लोहा भारतवासियों के साथ अंग्रेजों ने भी माना था। अत: सुभद्रा कुमारी चौहान ने लक्ष्मीबाई के इसी अभूतपूर्व साहस, शौर्य तथा वीरता का परिचय कराने के लिए ‘मर्दानी’शब्द का प्रयोग किया है।
7. ‘बरछी’, ‘कृपाण’, ‘कटारी’ उस ज़माने के हथियार थे।
आजकल प्रयोग में लाए जाने वाले हथियारों के नाम लिखो।
उत्तर:- आजकल अत्यानुधिक हथियारों जैसे तकनीकी क्षमता से सुसज्जित बंदूकें, टैंक, तोप, मिसाइल, पनडुब्बी, हवाई जहाज, समुद्री जहाज, परमाणु अस्त्र आदि हथियारों का प्रयोग किया जाता है।
8. लक्ष्मीबाई के समय में ज्य़ादा लड़कियाँ ‘वीरांगना’ नहीं हुई क्योंकि लड़ना उनका काम नहीं माना जाता था। भारतीय सेना में अब क्या स्थिति है? पता करो।
उत्तर:- आज हमारी भारतीय सेना के तीनों सैन्य दल जल, थल और वायु सेना में हमें लड़कियाँ दिखाई देती है। आज वे इन सेनाओं के उच्च पदों पर कार्यरत हैं। इस सबके बावजूद अभी भी सेना में लड़कियों की संख्या बहुत कम है।
इस पंक्ति में किस घटना की ओर संकेत है?
उत्तर:- इस पंक्ति में झाँसी के राजा और रानी लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु की ओर संकेत किया है।
1.2 ‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई’
काली घटा घिरने की बात क्यों कही गई है?
उत्तर:- रानी लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु हो जाने के कारण रानी के जीवन में काली घटा घिरने की बात की गई है। राजा की मृत्यु के कारण रानी असमय विधवा हो गई और साथ ही राजा की अपनी संतान न होने के कारण अंग्रेजों को झाँसी पर कब्ज़ा करने का मौका मिल गया था।
2. कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढा’ कहकर और उसमें ‘नई जवानी’ आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती हैं?
उत्तर:- हमारे भारत वर्ष के गुलाम होने के कारण एक तरह से चारों ओर मायूसी वाला वातावरण बन गया था। भारतीय वीरों का साहस कमजोर हो गया था। सभी अपने को असहाय महसूस करने लगे थे। ऐसा लगता था मानो सारा देश ही बूढ़ा हो गया है परन्तु ऐसे बोझिल वातावरण में झाँसी की रानी के आने से देश में एक नए उमंग का वातावरण बन गया। लोगों में संघर्ष की नई भावना जागृत हुई। एक बार लोग पुन: स्वतंत्रता प्राप्ति की ओर प्रयत्न करने लगे। यही बात सुभद्राकुमारी चौहान उपर्युक्त पंक्ति द्वारा बताना चाहती है।
3. झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था?
उत्तर:- झाँसी की रानी का नाम लक्ष्मीबाई था। बचपन में उन्हें छबीली नाम से पुकारा करते थे। वे अपने पिता की एकलौती संतान थी। वे कानपूर के नाना साहेब की मुँहबोली बहन थी। लक्ष्मीबाई बचपन से ही वीर और साहसी थी। लक्ष्मीबाई का विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव से हुआ। परन्तु राजा की आकस्मिक मृत्यु से रानी के ऊपर संकटों के बादल लहराने लगे। अँग्रेज सरकार राजा की नि:संतानता का लाभ उठाकर झाँसी पर कब्ज़ा करना चाहते थे परन्तु रानी ने इसका पुरजोर विरोध किया और अंग्रेजों को कड़ी टक्कर दी।
लक्ष्मीबाई का बचपन अन्य बच्चों से भिन्न था। उनकी उम्र के बच्चे खिलौने से खेलते थे परन्तु उनके खिलौने बरछी, ढाल, कृपाण जैसे हथियारों थे। वे बचपन से ही नकली युद्ध का खेल, शिकार करना, दुश्मनों के लिए चक्रव्यूह की रचना करना आदि युद्ध से संबंधित खेल ही खेला करती थी।
इस प्रकार उनका बचपन हम बच्चों से भिन्न था।
4. वीर महिला की इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं?
उत्तर:- इस कहानी में वीर शिवाजी, नाना धुंधूपंत, पेशवा, तातियाँ, अजीमुल्ला, अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवरसिंह, सैनिक अभिराम आदि अनेक वीर पुरुषों के नाम आए हैं।
5. कविता में किस दौर की बात है? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है?
उत्तर:- कविता में स्वाधीनता संग्राम के प्रथम दौर की बात है।
कविता से उस समय के माहौल के बारे में यह पता चलता है कि अँग्रेजों ने धीरे-धीरे से अपना साम्राज्य हमारे देश में फैला लिया था। उस समय भी हमारे देश में स्वतंत्र होने की भावना के बीज फूटे जरुर थे परन्तु संघटन का अभाव, राजाओं की स्वार्थ प्रवृत्ति, आपसी फूट आदि के कारण हमारा आंदोलन सफल न हो पाया। ऐसे विषम वातावरण में भी झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई और कुछ अन्य वीरों ने स्वतंत्रता की चिंगारी को सुलगाने का अभूतपूर्व प्रयास किया।
6. सुभद्रा कुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ क्यों कहती हैं?
उत्तर:- झाँसी की रानी एक महिला होते हुए भी उनमें पुरुषोचित गुण साहस, वीरता, युद्ध कला में निपुणता निडरता आदि गुण विद्यमान थे। उन्होंने युद्ध भूमि में अंग्रेजों के दाँत खट्टे कर दिए थे उनकी वीरता का लोहा भारतवासियों के साथ अंग्रेजों ने भी माना था। अत: सुभद्रा कुमारी चौहान ने लक्ष्मीबाई के इसी अभूतपूर्व साहस, शौर्य तथा वीरता का परिचय कराने के लिए ‘मर्दानी’शब्द का प्रयोग किया है।
7. ‘बरछी’, ‘कृपाण’, ‘कटारी’ उस ज़माने के हथियार थे।
आजकल प्रयोग में लाए जाने वाले हथियारों के नाम लिखो।
उत्तर:- आजकल अत्यानुधिक हथियारों जैसे तकनीकी क्षमता से सुसज्जित बंदूकें, टैंक, तोप, मिसाइल, पनडुब्बी, हवाई जहाज, समुद्री जहाज, परमाणु अस्त्र आदि हथियारों का प्रयोग किया जाता है।
8. लक्ष्मीबाई के समय में ज्य़ादा लड़कियाँ ‘वीरांगना’ नहीं हुई क्योंकि लड़ना उनका काम नहीं माना जाता था। भारतीय सेना में अब क्या स्थिति है? पता करो।
उत्तर:- आज हमारी भारतीय सेना के तीनों सैन्य दल जल, थल और वायु सेना में हमें लड़कियाँ दिखाई देती है। आज वे इन सेनाओं के उच्च पदों पर कार्यरत हैं। इस सबके बावजूद अभी भी सेना में लड़कियों की संख्या बहुत कम है।
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