तुम मान जाओ अन्यथा पीतोगे रचना के आधार पर वाक्य भेद है
Answers
वाक्य-भेद
वाक्य
अपने मन के भाव-विचार प्रकट करने के लिए हम भाषा का सहारा लेते हैं और वाक्यों के रूप में प्रकट करते हैं। कभी-कभी कुछ शब्दों से ही काम चला लेते हैं पर हमेशा ऐसा नहीं हो सकता है। वाक्य शब्दों के मेल से बनते हैं जो अपने में कुछ न कुछ अर्थ छिपाए रहते हैं। अर्थ की पूर्ण अभिव्यक्ति के लिए इन शब्दों को एक व्यवस्थित क्रम में रखा जाता है। इस तरह सार्थक शब्दों का ऐसा व्यवस्थित समूह जो पूरा आशय प्रकट करता है, उसे वाक्य कहते हैं। अतः वाक्य –
सार्थक शब्दों (पदों) के मेल से बनते हैं।
पूर्ण और स्वतंत्र होते हैं।
वक्ता की कही बातों का आशय स्पष्ट करते हैं।
शब्दों का एक निश्चित क्रम रखते हैं। हिंदी के वाक्यों का पद क्रम इस तरह होता है
वाक्य-भेद
वाक्य
अपने मन के भाव-विचार प्रकट करने के लिए हम भाषा का सहारा लेते हैं और वाक्यों के रूप में प्रकट करते हैं। कभी-कभी कुछ शब्दों से ही काम चला लेते हैं पर हमेशा ऐसा नहीं हो सकता है। वाक्य शब्दों के मेल से बनते हैं जो अपने में कुछ न कुछ अर्थ छिपाए रहते हैं। अर्थ की पूर्ण अभिव्यक्ति के लिए इन शब्दों को एक व्यवस्थित क्रम में रखा जाता है। इस तरह सार्थक शब्दों का ऐसा व्यवस्थित समूह जो पूरा आशय प्रकट करता है, उसे वाक्य कहते हैं। अतः वाक्य –
सार्थक शब्दों (पदों) के मेल से बनते हैं।
पूर्ण और स्वतंत्र होते हैं।
वक्ता की कही बातों का आशय स्पष्ट करते हैं।
शब्दों का एक निश्चित क्रम रखते हैं। हिंदी के वाक्यों का पद क्रम इस तरह होता है