तान को परिभाषित कीजिए
Answers
Answered by
20
Answer:
राग के स्वरों को अगर द्रुत (तेज) गति में विस्तार किया जाए तो उसे तान कहते हैं।” ... किसी भी राग के स्वरों को जब हम विलंबित (धीरे-धीरे) लय में विस्तार करते हैं तो उसे आलाप कहते हैं। आलाप में आवश्यकतानुसार मींड, खटका, मूर्की, गमक आदि का भी प्रयोग होता है।
Similar questions