तिङ्ऱी के मैदान की क्या विशेषता थी?
1) वह बिल्कुल समतल था
2) वहां की मिट्टी बहुत उपजाऊ थी
3) वह पहाड़ों से घिरा एक टापू था
4) इनमें से कोई नहीं
Answers
Explanation:
वह पहाड़ों से घिरा एक टापू था
तिङ्ऱी के मैदान की क्या विशेषता थी?
1) वह बिल्कुल समतल था
2) वहां की मिट्टी बहुत उपजाऊ थी
3) वह पहाड़ों से घिरा एक टापू था
4) इनमें से कोई नहीं
सही विकल्प है...
3) वह पहाड़ों से घिरा एक टापू था
व्याख्या :
तिङ्ऱी मैदान की विशेषता यह थी कि यह है पहाड़ों से घिरा टापू होता था।
'ल्हासा की ओर' पाठ में लेखक राहुल सांकृत्यायन बताते हैं कि वे तिङ्ऱी के विशाल मैदान में गए तो पाया कि ये पहाड़ों से घिरा हुआ टापू सा दिखाई देता था। इसमें दूर एक छोटी सी पहाड़ी मैदान के भीतर दिखाई पड़ती थी। उस पहाड़ी को तिङ्ऱी समाधि गिरी कहते थे। यही तिङ्ऱी के विशाल मैदान की विशेषता थी।
'लहासा की ओर' पाठ एक यात्रा संस्मरण है। इसे राहुल सांकृत्यायन ने लिखा है। इस यात्रा संस्मरण में उन्होंने अपनी तिब्बत यात्रा का वर्णन किया है।
#SPJ3
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