तीन दोस्त एक ऐसी फिल्म देखने गए जिसमें हीरो एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बनता है और राज्य में बहुत से बदलाव लाता है। इमरान ने कहा कि देश को इसी चीज़ की जरूरत है। रिजवान ने कहा कि इस तरह का, बिना संस्थाओं वाला एक व्यक्ति का राज खतरनाक है। शंकर ने कहा कि यह तो एक कल्पना है। कोई भी मंत्री एक दिन में कुछ भी नहीं कर सकता। ऐसी फिल्मों के बारे में आपकी क्या राय है?
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उत्तर :
तीन दोस्त एक ऐसी फिल्म देखने गए जिसमें हीरो एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बनता है और राज्य में बहुत से बदलाव लाता है। इस प्रकार की फिल्म का वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है। एक व्यक्ति का शासन हमेशा खतरनाक होता है। शासन सिद्धांतों एवं नियमों के अनुसार ही चलाया जा सकता है । मुख्यमंत्री को अन्य मंत्रियों को साथ लेकर चलना होता है । मुख्यमंत्री विधानमंडल के प्रति उत्तरदाई है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
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भारत का प्रधानमंत्री सीधे जनता द्वारा क्यों नहीं चुना जाता ? निम्नलिखित चार जवाबों में सबसे सही को चुनकर अपनी पसंद के पक्ष में कारण दीजिए:
क. संसदीय लोकतंत्र में लोकसभा में बहुमत वाली पार्टी का नेता ही प्रधानमंत्री बन सकता है।
ख. लोकसभा, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्हें हटा सकती है।
ग. चूँकि प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति नियुक्त करता है लिहाजा उसे जनता द्वारा चुने जाने की जरूरत ही नहीं है।
घ. प्रधानमंत्री के सीधे चुनाव में बहुत ज्यादा खर्च आएगा।
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निम्नलिखित में कौन राजनैतिक कार्यपालिका का हिस्सा होता है?
क. जिलाधीश
ख. गृह मंत्रालय का सचिव
ग. गृह मंत्री
घ. पुलिस महानिदेशक
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मेरी प्रतिक्रिया रिजवान के पक्ष में होगी जिन्होंने कहा था कि संस्थानों के बिना शासन खतरनाक है। संस्थान प्रशासन के कामकाज को चैनलाइज़ करते हैं। इसके अलावा, ऐसी फिल्में अवास्तविक हैं और लोगों के मनोरंजन को पूरा करती हैं। फिल्मों में दिखाए गए कार्य और निर्णय व्यावहारिक नहीं हैं। बड़े फैसले या मैरिटिग स्वीपिंग में बदलाव से पहले सबसे पहले इसके सकारात्मक और नकारात्मक कारकों, इसके फायदों और नुकसान पर विचार करने की जरूरत है, जिसमें समय और योजना की जरूरत है। इसलिए ऐसी फिल्मों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।