Physics, asked by vidhyagaupale, 3 months ago

ताक़त और कमजोरी के उदाहरण​

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Answered by afsana620ali
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मंडी धनौरा : संस्कार गहने के समान हैं। संस्कार के बिना मनुष्य पशु समान होता है। जब तक आप अपनी कमजोरी को पहचान कर स्वीकार नहीं करेंगे तब तक आप की कमजोरी दूर नहीं होगी। इसलिए पहले खुद की कमजोरी का पता लगाएं व इस पर अमल कर इसे दूर करें। यह विचार हीरा इंटरनेशनल स्कूल में प्रधानाचार्य धर्मेन्द्र चतुर्वेदी ने व्यक्त किए।

दैनिक जागरण की संस्कारशाला से छात्र-छात्राओं को रूबरू कराते हुए कहा शिक्षा के साथ संस्कारों की समझ भी जरूरी है। इसके लिए बच्चों और अभिभावकों को थोड़ा सजग होने की आवश्यकता है। मनुष्य को अपनी ताकत व कमजोरी दोनों का पता होना चाहिए। कमजोरी को दूर करने के लिए किए गए प्रयासों के परिणामों का आकलन करना चाहिए। साथ ही देखे कि खुद के किए गए प्रयासों का क्या परिणाम निकला? क्या आप सही दिशा में प्रयास कर रहे है? यह आंकलन आपके द्वारा दिए गए प्रयासों की सही तस्वीर दिखा देगा। हर इंसान की कुछ ना कुछ कमजोरी व ताकत होती है। कुछ लोग अपनी कमजोरियों के कारण ¨जदगी भर जूझता है। इस कारण जीवन में कई असफलताओं का सामना करना पड़ता है। कुछ लोग कमजोरियों के कारण हताश हो जाते है व कुछ इन कमजोरियों को जानकर इनका सामना करते है। कुछ अपनी इन कमजोरियों को ताकत बना लेते है। कुछ साधारण उपाय अपनाकर अपनी कमजोरी व ताकतों को पहचाना जा सकता है।

एक उदाहरण देते हुए कहा कि आप को गाड़ी चलाना नहीं आता और हमने आप को तेजी से चलने वाली एक कार दे दी। अब यह कार ना केवल आपकी ¨जदगी के लिए एक समस्या हो गई बल्कि दूसरों की ¨जदगी के लिए भी। क्योंकि आपने कार चलाना नहीं सीखा। जाहिर है समस्या की वजह मशीन नहीं है। मन आपके लिए समस्या बन गया है। क्योंकि आपने इसे संभालने का तरीका सीखने की कोई कोशिश नहीं की। इस लिए मन आपकी कमजोरी है। इसे अपन ऊपर हावी नहीं होने दे। हर मनुष्य की कोई ना कोई ताकत होती है व कोई ना कोई कमजोरी। कभी भी अपनी कमजोरी को खुद पर हावी नहीं होना चाहिए। कमजोरी को अपनी ताकत बनाकर परिस्थितियों से जूझना चाहिए तभी आपको सफलता मिलेगी।

तनिष्क गर्ग, छात्र। जागरण बच्चों में संस्कार पैदा करने की जो मुहिम चला रहा है वह सचमुच में सराहनीय है। जागरण की इस मुहिम से हमें संस्कारों का पता चल रहा है। अच्छाई की समझ हो और अपनी कमजोरियों व ताकत का पता होना चाहिए।

माधव गर्ग, छात्र । कुछ लोग अति आत्मविश्वास में अपनी कमजोरियों को भी ताकत समझने लगते हैं। अपने ऊपर कमजोरियों को हावी नहीं होने देना चाहिए। दैनिक जागरण की मुहिम संस्कार पैदा करने का कार्य कर रही है।

मयूरेश पंडित, छात्र। मन आपके लिए समस्या बन गया है। क्योंकि आपने इसे संभालने का तरीका सीखने की कोई कोशिश नहीं की। इस लिए मन आपकी कमजोरी है। इसे अपन ऊपर हावी नहीं होने दे। अपनी कमजोरी व ताकतों का पता होना चाहिए।

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