ट्राइग्लिसराइड के संगठन का वर्णन कीजिए।
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एक ग्लिसरोल या ग्लिसरीन अनु से एक-एक करके तीन वसीय अम्ल अणुओ के तीन सहसंयोजी बंधो द्वारा जुड़ने से वास्तविक वसा का एक अणु बनता है | इन बंधो को एस्टर बंध कहते हैं |
Answer:
एक ग्लिसरॉल (glycerol or glycerinc) अणु से एक-एक करके तौन वसीय अम्ल अणुओं के तीन सहसंयोजी बन्धों (covalent bonds) द्वारा जुड़ने से वास्तविक वसा का एक अणु बनता है। इन बन्धों को एस्टर बन्ध (ester bonds) कहते हैं। ग्लिसरॉल एक ट्राइहाइड्रिक ऐल्कोहॉल (trihydric nleohol ) होता है, क्योंकि इसकी कार्बन श्रृंखला के तीनों कार्बन परमाणुओं से एक-एक हाइड्रॉक्सिल समूह (hydroxyl group, OH) जुड़ा होता है। एस्टर बन्ध प्रत्येक हाइड्रॉक्सिल समूह तथा एक वसीय अम्ल के कार्बोक्सिल समूह (-COOH) के बीच बनता है। इसीलिए वसा अणु को ट्राइग्लिसराइड या ट्राइएसिलग्लिसरॉल (triglyceride or triacylglycerol) कहते हैं।