तेरा स्नेह न खोऊँ मैं।
कभी न छोडूं तेरा हाथ।
बड़ा बनाकर पहले हमको
तू पीछे छलती है मात!
हाथ पकड़ फिर सदा हमारे,
साथ नहीं फिरती दिन-रात!
अपने कर से खिला, धुला मुख,
धूल पोंछ, सज्जित कर गात,
थमा खिलौने, नहीं सुनाती,
हमें सुखद परियों की बात!
i.
बड़े हो जाने पर कौन हमारा हाथ नहीं पकड़ता है?
Answers
Answered by
0
Explanation:
इसका आंसर हमें नहीं आता है
Similar questions