"तिरस्कृत व उपेक्षित कीचड़ में सौंदर्य भी हैं"- तर्क देकर सिद्ध करें
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'तिरस्कृत व उपेक्षित कीचड़ में सौन्दर्य भी है और वह उपयोगी भी है' तर्क सहित सिद्ध कीजिए। उत्तर: कवि केवल बाहरी सौंदर्य पर विशेष ध्यान देते हैं। आन्तरिक सौंदर्य को अधिक महत्त्व नहीं देते। 'पंकज' और 'कमल' शब्द सुनकर उनका चित्त खिल उठता है किन्तु 'पंक' और 'मल' का नाम सुनते ही जायका बिगड़ जाता है।
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