World Languages, asked by sushreesimranswain12, 3 months ago

तेषां ज्ञानी नित्ययुक्तः एकभक्तिर्विशिष्यते।
प्रियो हि ज्ञानिनोऽत्यर्थमहं स च मम प्रियः।। Iska arth likhiye hindi mey no spam ok otherwise I will report. ​

Answers

Answered by khushiverma7744942
2

Answer:

उन चार भक्तोंमें मेरेमें निरन्तर लगा हुआ, अनन्यभक्तिवाला ज्ञानी अर्थात् प्रेमी भक्त श्रेष्ठ है; क्योंकि ज्ञानी भक्तको मैं अत्यन्त प्रिय हूँ और वह भी मेरेको अत्यन्त प्रिय है

Similar questions