तब ब्रेक (brake) लगाकर आन्तरिक गीयर '4' को स्थिर (stationary) कर देते हैं जिससे
गीयर अनुपात बढ़ जाता है और वाहन की गति बहुत धीमी होती है ।
जब द्वितीय गीयर (second gear) लगाना होता है, तब आन्तरिक गीयर 'a' से ब्रेक
हटाकर आन्तरिक गीयर 'a,' पर ब्रेक (brake) लगा देते हैं । इससे इंजिन की गति में
(compounding) होती है और कैरियर C,' की गति या प्रोपेलर शाफ्ट की गति बढ़ जाती
बहुपदन
26
31
उदाहरण 5.3 - चित्र 5.40 में सन गीयर तथा S2 केंक शाफ्ट से जुड़े हैं। गीयरों
में दाँतों (teeth) की संख्या निम्नलिखित है-
सन गीयर
सन गीयर
आन्तरिक गीयर
88
आन्तरिक गीयर व
यदि वाहन का इंजिन 3000r.p.m. पर 32 kW शक्ति देता है तो प्रोपेलर शाफ्ट पर
पूर्ण ज्ञात करिये । आन्तरिक गीयर 'a' तथा 'a' को रोकने के लिये कितने आघूर्ण की
ग्यकता होगी।
हल-प्रथम गीयर लगाने के लिये आन्तरिक गीयर 'a,' पर ब्रेक (hrate लगाने
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gear is this question answere
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अरे भाई Google se Puch lo na दिमाग मत खाया करो
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