तक्षशिला में आगजनी की खबर पढ़कर लेखक के मन में कौन-सा विचार कौंधा? इससे लेखक के स्वभाव की किस विशेषता का परिचय मिलता है?
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उत्तर :
तक्षशिला में सांप्रदायिक दंगों में आगजनी का समाचार पढ़कर लेखक को हामिद खां की याद आती है। उन्हें हामिद खां की मेहमानवाजी तथा प्रेम याद आता है। वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि हामिद खां तथा उसकी दुकान आगजनी में बच जाएं क्योंकि उसी दुकान में कड़कड़ाती धूप में छाया तथा भूखे पेट को खाना मिला था । लेखक का हामिद खां के लिए प्रार्थना करना यह बताता है कि लेखक का हृदय मानवीय संवेदना से भरा हुआ है। उसके लिए हिंदू और मुसलमान में कोई फर्क नहीं है ।उसे जहां प्यार, मान सम्मान एवं विश्वास मिलता है उससे इंसानियत का संबंध बना लेता है। लेखक विश्वबंधुत्व एवं भाईचारे की भावना में यकीन रखता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
Answer:
तक्षशिला में सांप्रदायिक दंगों में आगजनी का समाचार पढ़कर लेखक को हामिद खां की याद आती है। उन्हें हामिद खां की मेहमानवाजी तथा प्रेम याद आता है। वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि हामिद खां तथा उसकी दुकान आगजनी में बच जाएं क्योंकि उसी दुकान में कड़कड़ाती धूप में छाया तथा भूखे पेट को खाना मिला था । लेखक का हामिद खां के लिए प्रार्थना करना यह बताता है कि लेखक का हृदय मानवीय संवेदना से भरा हुआ है। उसके लिए हिंदू और मुसलमान में कोई फर्क नहीं है ।उसे जहां प्यार, मान सम्मान एवं विश्वास मिलता है उससे इंसानियत का संबंध बना लेता है। लेखक विश्वबंधुत्व एवं भाईचारे की भावना में यकीन रखता है।
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