तले गं ाना और हरयाणा केआचार-वचार तथा रहन-सहन का तुलनामक अययन करके एक छोट-सी कवता लखए ।
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जागरण संवाददाता, सोनीपत : तेलंगाना में नालगोंडा स्थित महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हरियाणा की सभ्यता और संस्कृति से रूबरू होंगे। इसके बाद हरियाणा के विद्यार्थी तेलंगाना की संस्कृति का पता लगाने वहां जाएंगे। पहले तेलंगाना के 50 विद्यार्थियों का दल मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) में पहुंचेगा। यह दल विश्वविद्यालय में पांच दिन ठहरेगा और तकनीकी पहलुओं पर चर्चा व सेमिनारों के अलावा आसपास के गांवों में दौरा करेगा। यहां उन्हें देशी रहन-सहन और भाईचारे से रूबरू करवाया जाएगा। साथ ही प्रदेश का इतिहास, सभ्यता, संस्कृति, भाषा, पहनावा व रहन-सहन को देखेंगे और सीखेंगे। अलग-अलग गतिविधियों में भाग लेगा तेलंगाना का दल l
तेलंगाना के विद्यार्थियों का दल का पहले दिन डीसीआरयूएसटी के एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब के साथ आपसी परिचय होगा और परिवार की तरह एक-दूसरे के साथ रहेंगे। दूसरे दिन दोनों प्रदेश के विद्यार्थियों का क्लब एक-दूसरे प्रदेश की भाषा, संस्कृति व सभ्यता के बारे में आपस में जानकारी साझा करेंगे। तीसरे दिन यह दल डीसीआरयूएसटी के आसपास के गांव का दौरा कर ग्रामीण रहन सहन, संस्कृति, सभ्यता, भाषा व त्योहार की जानकारी लेंगे। चौथे दिन यहां के पर्यटक व ऐतिहासिक स्थल का दौरा करने के साथ ही मार्केट का दौरा करेंगे और स्थानीय लोगों से बातचीत भी करेंगे। अंतिम दिन खान-पान उत्सव व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। साथ ही तेलंगाना के विद्यार्थी अपने अनुभव भी साझा करेंगे। रिपोर्ट में देंगे प्रदेश की जानकारी l
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⠀प्यारे थे बचपन के साथी
एक तै बढकै एक हिमाती
चिजै खाण नै सारे डाकी
धोरै रूपली किसे कै नै पाती
दैख कै बांदर फैंकते चिजै
दिखा ठोसा फेर काढते खिजै
कैट्ठे होकै घणे खेले खेल
पकङ कै बुर्सट बना दी रेल
गली म्हं खेले तै पकङम पकङाई
प्लाट लुह्क गै तै लुह्कम छिपाई
छुट्टी के दिन ना कदे भी न्हाये
जोहङ पै जा कै घरघुल्ले बनाये
ढूँढ कै माचिस बणादें तांश
संग खेलते फिर मित्र खास
मार किलकारी नाच्चे हम झङ म्हं
मोरणी भी देखी ब्याई एक बङ म्हं
कागज की नाव बणाया करदे
बारीश के पाणी म्हं बहाया करदे
बारीश होण तै पागे पिसे
चिजै खा कै फेर लेगे जिसे