Hindi, asked by mukeshverma084, 6 months ago

तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियत न पान।
कहि रहीम परकाज हित, संपति-सचहिं सुजान।।3।।





mukeshverma084: hahaha

Answers

Answered by pratush94152
9

Explanation:

पेड़ अपने फल स्वयं नहीं खाते हैं और तालाब अपना जल स्वयं नहीं पीते है रहीम दास जी कहते हैं कि उच्च कुल के लोग अपना धन संचय स्वयं के लिए नहीं बल्कि परोपकार के लिए करते हैं


pratush94152: thanks you
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