तताँरा लपाती की समुद्री चट्टान पर कब पहुंचा ? *
(क) दिन ढलने के बाद
(ख) दिन ढलने के काफी पहले
(ग) दिन ढलने के समय
(घ) इनमें से कोई नहीं
वामीरो की प्रतीक्षा मैं तताँरा को एक-एक पल कैसा लग रहा था? *
(क) पहाड़ की तरह भारी लग रहा था
(ख) सामान्य रूप से बीत रहा था
(ग) काटे नहीं कट रहा था
(घ) इनमें से कोई नहीं
तताँरा के मन में कौन सी आशंका दौड़ रही थी? *
(क) वामीरो के लपाती के समुद्री चट्टानों के पास नहीं आने की
(ख) वामीरो के पास आने का भेद खुल जाने की
(ग) वामीरो के पकड़ लिए जाने की
(घ) इनमें से कोई नहीं
तताँरा बार-बार लपाती के रास्ते पर नजरे क्यों दौड़ा रहा था ? *
(क) वामीरो को आता देखने के लिए
(ख) गाँव वालों को आता देखने के लिए
(ग) वामीरो के माता-पिता को आता देखने के लिए
(घ) इनमें से कोई नहीं
वामीरो घबराई हुई तथा अपने को छुपाते हुए क्यों बढ़ रही थी? *
(क) तताँरा से मिलने आने का भेद खुल जाने के डर से
(ख) गाँव का नियम टूटने के डर से
(ग) गाँव के लोगों के डर से
(घ) उपर्युक्त सभी
Answers
Answer:
1) वह दिन ढलने से पहले ही लपाती की समुद्री चट्टान पर पहुँच गया।
2) वह वामीरो की प्रतीक्षा में दिन बिताने लगा। प्रतीक्षा का एक-एक पल उसे पहाड़ की तरह भारी प्रतीत होता था। वह हमेशा अनिर्णय की स्थिति में रहता था कि दामीरो उससे मिलने आएगी या नहीं अर्थात् उसके मन में आशंका-सी बनी रहती थी।
3) don't know
4) इसका एक कारण था कि तताँरा एक भला और सबकी मदद करने वाला व्यक्ति था। जब भी कोई मुसीबत में होता तो हर कोई उसी को याद करता था और वह भी भागा -भागा वहाँ उनकी मदद करने के लिए पहुँच जाता था। तताँरा हमेशा अपनी पारम्परिक पोशाक ही पहनता था और हमेशा अपनी कमर में एक लकड़ी की तलवार को बाँधे रखता था।
5) वामीरो घबराई हुई और अपने को छुपाती हुई आगे इसलिए बढ़ रही थी, क्योंकि उसे अपनी माँ का डर था। उसकी माँ ने उसे तताँरा से मिलने से मना कर दिया था और वह अपनी माँ से छुपकर तताँरा से मिलने जा रही थी। इसी कारण वह तताँरा से मिलते वक्त तेज तेज कदमों से स्वयं को छुपाते हुए आगे बढ़ रही थी ..