Hindi, asked by pragatigupta58, 5 hours ago

‘तताँरा वामीरो प्रेम को समाज वाले स्वीकार करें , इसके और क्या उपाय हो सकते हैं जिनसे गाँव वाले एकत्र भी आते और दोनों की जान भी न जाती ?

Answers

Answered by amansingh108065
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Answer:

तताँरा की तलवार लकड़ी की थी औऱ हर समय तताँरा की कमर पर बँधी रहती थी। वह इसका प्रयोग सबके सामने नहीं करता था। उसमें अद्भुत दैवीय शक्ति थी। इसलिए तताँरा के साहसिक कारनामों के चर्चे चारों तरफ़ थे। वास्तव में वह तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।

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Question 2:

वामीरों ने तताँरा को बोरूखी से क्या जवाब दिया?

ANSWER:

वामीरों ने तताँरा को बेरूखी से जवाब दिया क्योंकि वह अपने गाँव के युवक के अलावा किसी से भी बात नहीं करती थी। पहले वह बताए कि वह कौन है जो इस तरह प्रश्न पूछ रहा है।

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Question 3:

तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?

ANSWER:

तताँरा-वामीरो के गाँव वालों में पहले आपसी संबंध नहीं थे। विवाह तो दूर वे आपस में बात भी नहीं करते थे परन्तु इनकी त्यागमयी मृत्यु के बाद दोनों के गाँव में आपसी संबंध बनने लगे और वैवाहिक संबंध भी बनने लगे।

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Question 4:

निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे?

ANSWER:

निकोबार के लोग तताँरा को उसके आत्मीय स्वभाव के कारण पसन्द करते थे, उससे बेहद प्रेम करते थे। वह नेक ईमानदार और साहसी था। वह मुसीबत के समय भाग भागकर सबकी मदद करता था।

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Question 1:

निकोबार द्वीप समूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का क्या विश्वास है?

ANSWER:

निकोबारियों का विश्वास था कि पहले अडंमान निकोबार दोनों एक ही द्वीप थे। इनके दो होने के पीछे तताँरा-वामीरो की लोक कथा प्रचलित है। ये दोनों प्रेम करते थे। दोनों एक गाँव के नहीं थे। इसलिए रीति अनुसार विवाह नहीं हो सकती थी। रूढ़ियों में जकड़ा होने के कारण वह कुछ कर भी नहीं सकता था। उसे अत्यधिक क्रोध आया और उसने क्रोध में अपनी तलवार धरती में गाड़ दी और उसे खींचते खींचते वह दूर भागता चला गया। इससे ज़मीन दो भागों में बँट गई - एक निकोबार और दूसरा अंडमान।

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Question 2:

तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद कहाँ गया? वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

ANSWER:

तताँरा दिनभर खूब परिश्रम करने के बाद समुद्र के किनारे टहलने निकल गया। समुद्र से ठंडी हवाएँ आ रही थी। पक्षियों की चहचहाट धीरे-धीरे कम हो रही थी। डुबते सूरज़ की किरणें समुद्र के पानी पर पड़कर रंग-बिरंगी रोशनी छोड़ रही थी। समुद्र का पानी बहते हुए आवाज़ कर रहा था मानो कोई गीत गा रहा हो। पूरा वातावरण बहुत मोहक लग रहा था।

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Question 3:

वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?

ANSWER:

वामीरो से मिलने के बाद तताँरा बहुत बैचेन रहने लगा। वह अपनी सुधबुध खो बैठा। वह शाम की प्रतिक्षा करता जब वह वामीरो से मिल सके। वह दिन ढलने से पहले ही लपाती की समुद्री चट्टान पर पहुँच गया। उसे एक-एक पल पहाड़ जैसा लग रहा था। उसे वामीरो के न आने की आशंका होने लगती है। लपाती के रास्ते पर वामीरो को देखने के लिए नज़रे दौड़ाता। जैसे ही वामीरो आई उसे देखते ही वह शब्दहीन हो एकटक देखने लगा।

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Question 4:

प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे?

ANSWER:

प्राचीन काल में हष्ट पुष्ट पशुओं के साथ शक्ति प्रदर्शन किए जाते थे। लड़ाकू साँडों, शेर, पहलवानों की कुश्ती, तलवार बाजी जैसे शक्ति प्रदर्शन के कार्यक्रम होते थे। तीतर, बटेर की लड़ाई, पंतगबाजी, पैठे लगाना जिसमें विशिष्ठ सामग्रियाँ बिकती। खाने पीने की दुकाने, जानवरों की नुमाइश, ये सभी मनोरंजन के आयोजन होते थे।

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Question 5:

रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगें तब उनका टूट जाना ही अच्छा है। क्यों? स्पष्ट कीजिए।

ANSWER:

रूढ़ियां और बंधन समाज को अनुशासित करने के लिए बनते हैं परन्तु इन्हीं के द्वारा मनुष्य की भावना आहत होने लगे, बंधन बनने लगे और बोझ लगने लगे तो उसका टूट जाना ही अच्छा होता है। जिस प्रकार तताँरा वामीरो से प्रेम करता है, उससे विवाह करना चाहता है परन्तु गाँव के लोग तताँरा को पसंद नहीं करते हैं। वे इस समय विरोध करते हैं और अन्त में उन्हें अपनी जान देनी पड़ती है। इस तरह की रूढ़ियाँ भला करने की जगह नुकसान करती हैं तो उन्हें टूट जाना समाज के लिए बेहतर है।

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Question 1:

निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए −

जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा।

ANSWER:

तताँरा-वामीरो को पता लग गया था कि उनका विवाह नहीं हो सकता था। फिर भी वे मिलते रहे। एक बार पशु पर्व मे वामीरो तताँरा से मिलकर रोने लगी। इस पर उसकी माँ ने क्रोध किया और तताँरा को अपमानित किया। तताँरा को भी क्रोध आने लगा। अपने गुस्से को शान्त करने के लिए अपनी तलवार को ज़मीन में गाड़ कर खींचता चला गया। इस तरह उसने धरती को चीर कर

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