Science, asked by vc729191, 4 months ago

________तथा__________चींटी के डंक के उपचार में प्रयोग होते है।



get answr fast guys

Answers

Answered by akumari53797
0

Answer:

मणणंचंचंचणणणणणणणणणततततंत

  1. थूऊजथरर
  2. जजधव
  3. ण तो धड़ इंच दल न

छ छत ल वो

Answered by pratiushadhikari
0

Answer:

बिच्छू अक्सर घरों के अंदर दरारों में अपना घर बनाते हैं, बिच्छू अन्य छोटे स्थानों जैसे चट्टानों के नीचे और जलाऊ लकड़ी में भी रहते हैं। यह आश्चर्यजनक है कि ये क्षेत्रीय भी होते हैं। यदि आप बिच्छू के सामने अनजाने से आजाते हैं तो बहुत सम्भव है कि वह आत्मरक्षा के लिए आपको जहरीला डंक मार दे ।

बिच्छू के डंक से पीड़ित रोगीयों से निम्नलिखित प्रश्‍न पूछे जाने चाहिए:

डंक मारने का समय

घटना की प्रकृति

स्थान विशेष और सामान्य लक्षण

अधिकांश बिच्छुओं का डंक हानिकारक नहीं होता है और शरीर के जिस भाग पर बिच्छू ने डंक मारा हो उसके आसपास केवल दर्द ही होता है। लेकिन अधिक खतरनाक बिच्छुओं का डंक जानलेवा भी हो सकता है।

लक्षण

डंक लगने के निम्नलिखित व इनके अलावा और भी कई लक्षण हो सकते हैं :

पूरे शरीर में सुनापन

साँस लेने में कठिनार्इ

निगलने में कठिनार्इ

जीभ में सूजन होना और मुख में अत्यधिक लार आना

जी मचलाना और उल्टी होना

वाणी का अस्पष्ट होना

बेचैनी होना

दौरे पड़ना

धुंधला दिखाई देना

मांसपेशियों का अचानक फड़कना

आँखों का फिरना

अल्प रक्तचाप

हृदय की धड़कन का असामान्य रूप से धीमा पड़ना

अनियंत्रित मल त्याग या मूत्र होना

घबराहट होना

जहरीलापन

जहर निम्न पर निर्भर हो सकता है:

डंक लगने का स्थान- सर या धड़ के समीप, तेज़ी से विष फैलना

डंकों की संख्या

शरीर के प्रभावित स्थान पर बिच्छू के डंक की गहरार्इ

पीड़ित की आयु

पीड़ित का वजन

संबन्धित रोगों की उपस्थिति

जाँच

जाँच में निम्न शामिल हैं- कम्प्लीट ब्लड काउंट, मूत्र-विश्लेषण तथा क्लॉटिंग प्रोफाइल के साथ मेटाबॉलिक पैनेल। श्‍वसन या मेटाबॉलिक अव्यवस्था एबीजी सेटिंग में स्पष्ट हो जाती है।

उपचार

बिच्छू के डंक का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि किस प्रकार के बिच्छू ने डंक मारा है और विष की कितनी मात्रा शरीर में गई है। हल्के डंक का ईलाज घर पर ही निम्न प्रक्रिया द्वारा किया जा सकता है:

डंक लगने के स्थान को पानी से धोना

बर्फ लगाना

अधिक गम्भीर लक्षणों में विष-निरोधी दवा की आवश्यकता पड़ सकती है। जैसे ही गम्भीर लक्षण दिखें वैसे ही जितनी जल्दी हो सके विष-निरोधी दवा लेना अत्यावश्यक है।

Explanation:

THANK UH BRAINLIEST

Similar questions